देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गैरसैंण में स्थापित होने वाले सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने गैरसैंण में कौशल विकास योजना के अन्तर्गत सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने की घोषणा भराड़ीसैंण में राज्य स्थापना दिवस पर की थी। गैरसैंण में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं एवं शीघ्र क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र के निर्देश पर उत्तराखण्ड पलायन आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. एस.एस.नेगी, मुख्यमंत्री के तकनीकि सलाहकार डॉ. नरेन्द्र सिंह एवं निदेशक कौशल विकास डॉ. आर राजेश कुमार 20 नवम्बर तक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत कौशल विकास एवं विभिन्न व्यवस्थाओं की रूपरेखा तैयार करेंगे।
गैरसैंण में यह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस यूएनडीपी के सहयोग से बनाया जायेगा। इसमें लोगों को उद्यमिता विकास एवं आजीविका बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण दिये जायेंगे। शुरूआती चरण में यूएनडीपी द्वारा इससे संबंधित प्रशिक्षण दिये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थानीय स्तर पर लोगों की आर्थिकी में सुधार एवं कौशल विकास की दिशा में अहम भूमिका निभायेगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन को रोकने एवं लोगों की आर्थिकी में सुधार की दिशा में राज्य सरकार द्वारा अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्थापित किये जा रहे विभिन्न रूरल ग्रोथ सेंटर भी लोगों की आर्थिकी को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।