ज्योति यादव, डोईवाला। आज हिमालय विश्वविद्यालय छह दिवसीय शोध प्रविधि कार्यशाला का शुभारंभ किया गया।कार्यशाला में उत्तराखण्ड और अन्य राज्यों से जुड़े 200 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया, कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में प्रो.आर. के श्रीवास्तव रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ राजेश नैथानी द्वारा की गई।
डॉ अनूप बलूनी के द्वारा वर्कशॉप की रूपरेखा को बताया गया। मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय की शिक्षा संकाय की पूर्व संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर आरके श्रीवास्तव के द्वारा अनुसंधान की बारीकियों और उसमें होने वाले नवाचार एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा किए जा रहे प्रयासों की चर्चा की गई।
तदुपरांत विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर नैथानी ने भारत एवं विदेशों की शोध के विषय में जानकारी दी विदेशों में हो रहे शोधों और भारत में चल रहे शोधों की तुलना एवं हमें क्या नए किस तरह के शोध कार्य करने हैं इस तथ्य से अवगत कराया तदुपरांत मुख्य वक्ता प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार पोखरियाल जी ने अनुसंधान का ऐतिहासिक वर्तमान और समसामयिक क्षेत्र में क्या-क्या नए कार्य हो रहे हैं इन सब से अवगत कराया सभी अतिथियों का विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ अंजना विलियम्स के द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
कार्यशाला में विभिन्न विश्वविद्यालय महाविद्यालय की शोध छात्र प्राध्यापक ऑनलाइन ऑफलाइन दोनों रूपों में मौजूद रहे। जिसमें की 200 से अधिक शोध छात्र सहायक अध्यापक एवं स्नातकोत्तर के छात्र उपस्थित रहे।
कार्यशाला की प्रथम तकनीकी सत्र की मुख्य वक्ता के रूप में ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी एनवायरमेंटल साइंस की हेड ऑफ द डिपार्टमेंट प्रोफ़ेसर प्रतिभा नैथानी ने शोध समस्या का चयन विषय पर चर्चा की एवं सरल सहज शब्दों में शोध समस्या के चयन के उपाय बताएं और शोध छात्रों के द्वारा पूछे गए प्रश्नों का समाधान दिया कि किस तरह सोच समस्या का चयन करना है।
शोध समस्या का चयन करने के लिए उनके द्वारा जो उपाय सुझाए गए वह निश्चित ही शोध छात्रों को शोध समस्या के चयन शोध पत्र लेखन एवं अपने शोध लेखन में निश्चय ही सहायक सिद्ध होंगे। तकनीकी सत्र का संचालन डॉक्टर निधि उपाध्याय अंग्रेजी विभाग डॉक्टर सुभाष बडोला संस्कृत विभाग एवं हिंदी विभाग के डॉ.ममता कुंवर तथा मनीषा अग्रवाल ने किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ ममता कुंवर एवं डॉ इंदु नवानी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में डॉ निशांत राय प्रशासनिक अधिकारी, रिसर्च डीन डॉ श्रीवास्तव, डॉ सुप्रिया रतूड़ी, डॉ रिचा सिंह, चेतन गौर, रविन्द्र सिंह एवं समस्त संकाय के प्राध्यापकों ने प्रतिभाग किया।