देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना के नए मामलों में एक तरह की निरंतरता बनी हुई है। हर दिन बढ़ता वायरस का प्रसार सिस्टम के लिए भी चुनौती खड़ी कर रहा है। स्थिति इसलिए भी चिंताजनतक है, क्योंकि सर्वाधिक प्रभावित रहे दिल्ली जैसे राज्यों में भी संक्रमण दर अब घटने लगी है। दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट एक फीसद से भी नीचे चला गया है। जबकि प्रदेश में यह लगातार तीन फीसद से ऊपर बना हुआ है। ऐसे में इस ओर कुछ और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है। मास्क व शारीरिक दूरी के साथ ही ट्रेसिंग-टेस्टिंग को लेकर जिस तरह सख्ती देश की राजधानी में दिखाई दी, उसी तरह के कुछ सख्त कदम अब यहां भी उठाने होंगे।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, शुक्रवार को सरकारी व निजी लैब से 14707 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। जिनमें 468 की रिपोर्ट पॉजिटिव और 14239 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। देहरादून में फिर सबसे अधिक 160 लोग संक्रमित मिले हैं। नैनीताल में भी 110 लोग की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके अलावा पिथौरागढ़ में 52, हरिद्वार में 26, उत्तरकाशी में 24, टिहरी व ऊधमसिंह नगर में 23-23, टिहरी व पौड़ी में 21-21, चमोली में 10, बागेश्वर में पांच और अल्मोड़ा में दो लोग संक्रमित पाए मिले हैं। बता दें, अब तक उत्तराखंड में 88844 लोग संक्रमित हो चुके हैं। जिनमें 80738 लोग स्वस्थ्य हो गए हैं। एक्टिव मरीजों की संख्या 5510 है, जबकि 1133 मरीज राज्य से बाहर चले गए हैं।
पांच और मरीजों की मौत
कोरोना के लिहाज से एक और बड़ी चिंता मृत्यु दर है। पिछले काफी वक्त से मृत्यु दर 1.65 पर रुकी हुई है। जबकि देश में मृत्यु दर डेढ़ फीसद से नीचे है। अब तक प्रदेश में कोरोना संक्रमित 1463 मरीजों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार भी पांच संक्रमित मरीजों ने दम तोड़ा है। एम्स ऋषिकेश में तीन और दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय व जिला अस्पताल पिथौरागढ़ में एक-एक मरीज की मौत हुई है।
बढ़ रही ठीक होने वालों की संख्या
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सुकून इस बात का है कि स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा भी अब लगातार बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटों के दौरान विभिन्न जिलों में 271 मरीज स्वस्थ हुए। जिनमें 119 देहरादून, 110 नैनीताल, 23 चंपावत, 12 टिहरी व सात रुद्रप्रयाग से हैं। बाकी आठ जिलों में कोई रिकवरी नहीं है। फिलवक्त प्रदेश में रिकवरी दर 90.88 फीसद है।