देहरादून – कोरोना की दूसरी लहर का असर प्रदेश भर में लम्बे समय से देखने को मिल रहा है । कोरोना के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य सरकार की ओर से प्रदेश भर में नियम लागु किए गए, लेकिन प्रदेश में रह रहे लोगो ने लगातार इन नियमो का उल्लघंन किया गया । लिहाजां प्रदेश पुलिस ने इन लोगो के खिलाफ कार्यवाही की गई । वहीं पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने आज उत्तराखंड पुलिस द्वारा कोविड-19 के संक्रमण को रोकने को लेकर विभिन्न कार्यवाही के आंकड़ा पेश किया ।
अशोक कुमार के मूताबिक प्रदेश में मास्क न पहनने को लेकर 1,13,977 चालान, सोशल डिस्टैसिंग एवं अन्य कोरोना संक्रमण के नियमों के उल्लंघन को लेकर 1,05,763, उत्तराखंड पुलिस एक्ट की धारा 81/82 के दौरान 6352 कार्यवाहियां तथा डी0एम0 एक्ट/एम0एस0 एक्ट आईपीसी के अंतर्गत 268 मुकदमो में 374 लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की गयी। इस प्रकार कुल 2,26,466 कार्रवाइयों में 373.12 लाख का जुर्माना वसूला गया। इस दौरान पुलिस द्वारा 4,49,116 मास्क वितरित किये गए।
आपको बता दें, कि कोविड-19 महामारी के दौरान कालाबाजारी रोकने के लिए उत्तराखंड पुलिस द्वारा जनपदों की 158 टीमें तथा एसटीएफ की 10 टीमें लगाई गई है, जिनके द्वारा कालाबाजारी रोकने के लिए लगातार दबिश दी जा रही है अब तक सभी टीमों द्वारा 787 दविश दी गयी। रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में जनपद हरिद्वार में एक मुकदमा दर्ज किया गया जिसमें दो लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की गयी जबकि नकली रेमडेसीविर की कालाबाजारी में जनपद हरिद्वार में एक मुकदमे में एक अभियुक्त के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए चार बरामदगियां की गयी। ऑक्सीजन की कालाबाजारी के दौरान पुलिस द्वारा तीन अभियोग पंजीकृत किए गए जिसमें 09 लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए 91 बरामदगियां की गयी। कोविड-19 महामारी के दौरान अन्य कालाबाजारियों में तय राशि से अधिक मूल्य पर विभिन्न मेडिकल उपकरणों को बेचने तथा अन्य दवाइयों की कालाबाजारी के दौरान राज्य में कुल 07 मुकदमे दर्ज किए गए जिनमें 10 लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए 11 बरामदगियां की गई, इस प्रकार कोविड-19 महामारी के दौरान राज्य में कालाबाजारी को लेकर कुल 15 मुकदमे 25 लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए 110 बरामदगी की गई।
पुलिस महानिदेशक द्वारा बताया गया कि उत्तराखंड के सभी जनपदों, वाहनियों में कंट्रोलरूम स्थापित किए गए हैं जिनके द्वारा महामारी के दौरान लोगों को सहायता प्रदान की जा रही है।