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अगर आप भी नए साल का जश्न मनाना चाहते हैं तो चले आइये तैयार हैं ये प्रसिद्ध पर्यटक स्थल, व्यवस्थाएं भी खास

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शाकेब रिज़वी,देहरादून: नए साल ज्यादातर खट्टे अनुभवों के साथ 2020 अब विदा होने को है, जबकि नई उम्मीद और कोरोना से मुक्ति की आशा के साथ 2021 दस्तक देने वाला है। हालांकि, सामान्य वर्षों की तरह इस बार जश्न और पार्टियों का स्वरूप जरूर बदल गया, लेकिन नए साल के स्वागत के लिए उत्तराखंड के अलौकिक सौंदर्य और सुकून भरे वातावरण में दिल्ली और इसके आसपास स्थानों से पर्यटक परिवार के साथ पहुंच रहे हैं। अगर आप भी अपने न्यू इयर को और भी खास बनाना चाहते हैं तो इन प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों का रुख करना न भूलें।

तीर्थनगरी ऋषिकेश से करें नए साल की शुरुआत 

पतित पावनी गंगा की गोद में बसा ऋषिकेश दर्शनीय स्थलों और न्यू ईयर सेलिब्रेशन का बेस्ट डेस्टिनेशन है। यह एक ऐसी जगह है, जहां आप परिवार, दोस्तों या अकेले भी घूमने आ सकते हैं। ऋषिकेश में तपोवन, शिवपुरी, फूलचट्टी आदि क्षेत्रों में लगाए गए कैंपों में बड़ी संख्या में पर्यटक रोमांच का अनुभव करने पहुंचते हैं।

यहां मध्यम संगीत के बीच पर्यटक ठंड भरी रात में बॉन फायर का आनंद उठा सकते हैं। पर्यटकों की आमद को देखते हुए कैंप को विशेष तरह की रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया है। बताया कि देश-विदेश से यहां पहुंचने वाले सैलानियों के लिए कैंप में पहाड़ी व्यंजन, साउथ इंडियन, चाइनीज, फूड की व्यवस्था की गई है।

पर्यटकों को खींचती मसूरी की जगमग पहाड़ियां 

थर्टी फर्स्ट और नए साल को यादगार बनाने के लिए मसूरी में पर्यटकों की आमद शुरू हो चुकी है। भले ही यहां सामूहिक आयोजन की अनुमति न हो लेकिन, बड़ी संख्या में सैलानियों के आने से अधिकतर होटलों में 70 फीसद तक बुकिंग हो चुकी है। मसूरी से लेकर धनोल्टी, बुरांशखंडा, कैंपटी भी पर्यटकों से पैक होने लगे हैं। वैसे भी नए साल पर मसूरी सबसे अच्छा विकल्प है। प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण मसूरी आपको सुख शांति के साथ ठहराव देगा। कुछ पल शांति से उठने-बैठने और घूमने के लिए मसूरी से अच्छी जगह नहीं हो सकती। अपने परिवार और दोस्तों के साथ कुछ दिन छुट्टी का लुत्फ लेना चाहते हैं तो मसूरी को बेहिचक आजमा सकते हैं। देहरादून से मसूरी की दूरी महज 35 किलोमीटर है, जबकि दिल्ली से दूरी महज 270 किलोमीटर है।

चकराता आइए सबकुछ भूल जाइए 

चकराता देहरादून जिले में एक छावनी नगर है। यह टोंस और यमुना नदियों के बीच है, 7000-7250 फीट की ऊंचाई पर दून से 58 किमी दूरी पर बसा है। वैसे तो चकराता प्रकृति प्रेमियों और ट्रैकिंग में रुचि लेने वालों के लिए एकदम मुफीद स्थान है, लेकिन नए साल पर यह नगर सैलानियों से गुलजार रहता है।

यहां के सदाबहार शंकुवनों में दूर तक पैदल चलने का अपना ही मजा है। चकराता में दूर-दूर फैले घने जंगलों में जौनसारी जनजाति के आकर्षक गांव हैं। यहां लोखंडी की हिमाच्छादित चोटियां, टाइगर फॉल आदि आकर्षक पर्यटक स्थल हैं। यहां से दिखने वाले प्राकृतिक नजारे भी अद्वितीय हैं।

धनोल्टी भी स्वागत को तैयार 

मसूरी से कुछ दूरी पर स्थित धनोल्टी पर प्रमुख पर्यटक स्थलों में शामिल हैं। यहां भी नए साल पर अच्छी चहल-पहल रहती है। यहां का प्रमुख पर्यटन स्थल इको पार्क है, जो देवदार के पेड़ों से घिरा है। यहां पर मसूरी वन विभाग द्वारा बनाये गए इको हट्स भी हैं, जहां पर्यटक रुक सकते हैं। इसके आसपास सैर सपाटे के लिए भी कई स्थान हैं। पर्यटक यहां पर कई एडवेंचर स्पोर्ट जैसे रॉक क्लाइंबिंग, रिवर क्रॉसिंग, हाईकिंग और कैंप थांगधर में ट्रैकिंग का आनंद भी उठा सकते हैं। यहां भी शांतिपूर्ण वातावरण में दुनिया की भागमभाग से दूर नए साल का जश्न मना सकते हैं।

बड़ी पार्टियों पर है प्रतिबंध 

देहरादून जिला प्रशासन ने थर्टी फर्स्ट और न्यू ईयर पार्टियों पर प्रतिबंध लगाया है। यानि किसी भी होटल-रेस्तरां में बड़े आयोजन नहीं किए जा सकते। जबकि, बार, पब आदि में भी आयोजन प्रतिबंधित हैं। हालांकि, यहां आने-जाने पर कोई रोक नहीं है। होटल रेस्तरां में भी व्यक्तिगत रूप से खाना-पीना कर सकते हैं।

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