
ज्योती यादव,डोईवाला। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र थानो का लंबे समय के बाद भी उच्चकरण नहीं होने से नाराज स्थानीय ग्रामीण एक बार फिर से आंदोलन का मन बना रहे हैं मुख्यमंत्री की घोषणा को भी अमल में नहीं लाने पर सरकार के प्रति नाराजगी जाता रहे हैं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र थानो आजादी से पहले शुरू हुआ था जो लगातार अब तक स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करा रहा है आबादी बढ़ने के साथ स्वास्थ्य सेवाओं में इजाफा नहीं हुआ जिससे लोगों को दिक्कतें आ रही है अब “ग्राम सुधार महिला और पुरुष विकास समिति” थानो ने इसके अपग्रेड के लिए संघर्ष का बीड़ा उठाया कई बार धरना प्रदर्शन और सरकार के नुमाइंदों तक आवाज उठाने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है एक बार फिर से ग्रामीण आंदोलन का मन बना रहे हैं।
समिति के अध्यक्ष मुन्नी बहुगुणा ने कहा कि समझ में नहीं आ रहा है कि सरकार थानों स्वास्थ्य केंद्र की उपेक्षा क्यों कर रही है बालावाला और छिद्रवाला समेत कई अस्पताल उच्चकृत कर दिए गए लेकिन लाखों की आबादी को सेवाएं दे रहा थानो अस्पताल दो लोगों की सेवाओं पर निर्भर है।
शिक्षाविद वीरेंद्र कृषाली ने कहा कि सारे संसाधन थानो अस्पताल के पास होने के बावजूद यह अपग्रेड की बाट जोह रहा है पर्वतीय क्षेत्र के इस अस्पताल को अनदेखी का शिकार होना पड़ रहा है और निर्णायक संघर्ष का वक्त आ गया है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा भी ठंडे बस्ते में आ गई है ग्रामीण अब आर पार की लड़ाई का मन बना रहे हैं जल्द स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात की जाएगी यदि उचित कार्यवाद नहीं हुई तो थानों में धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा इस दौरान रघुवीर सिंह सिंधवाल, नरेंद्र सिंह तोमर, रमेश, सुरेश सिंह पवार, गीता नेगी, माया थपलियाल, अर्चना थपलियाल, अलका रावत, विजय सिंह रावत, सोहन सिंह रावत, विद्या देवी, धर्म सिंह आदि तमाम लोग मौजूद रहे।