ज्योति यादव, डोईवाला। सिमलास ग्रांट मे हाथियों का झुंड रौंद रहे हैं गन्ने गेहूं की फसल,साथ ही सांभर चीतल हिरनों का झुंड भी बने किसानों की मुसीबत गेहूं बरसींन जेई आदि की फसल को कर रहे बर्बाद।
सिमलास ग्रांट क्षेत्र में आये दिन जंगली जानवरों के द्वारा किसानों की फसलों को नुक़सान पहुंचाया जा रहा है रात्रि होते ही खेतों में घुसकर मचाते हैं उत्पाद। सिमलास ग्रांट के पूर्व प्रधान एवं सामाजिक कार्यकर्ता उमेद बोरा ने कहा कि क्षेत्रों में हाथी सुरक्षा दीवार निर्माण कार्य अधुरा है साथ ही जो सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य हुआ था वह भी हाथियों द्वारा तोड़ दी गई है न ही सौर ऊर्जा बाढ़ लगाई गई है न ही समय पर किसानों को उचित मुआवजा मिल पा रहा है।
वन विभाग राजस्व विभाग द्वारा समय पर सवें न होने से किसानों को परेशानी उठानी पड़ती है न ही गन्ने की फसल का बीमा किया जाता है वन विभाग द्वारा रात्रि गश्त भी नहीं की जाती है सरकार को किसानों की समस्याओं पर ध्यान देने की जरूरत है रात्रि में गजेंद्र बोरा कुंदन चौहान सुरेंद्र सिंह बहादुर सिंह आदि की फसल को नुक़सान पहुंचाया गया है किसानों द्वारा किसानों की फसलों का नुक़सान का मुआवजा के साथ वन विभाग द्वारा गस्त करने व हाथी सुरक्षा दीवार निर्माण कार्य करने के साथ सौर ऊर्जा बाढ़ लगाने की मांग की जा रही है।