Site icon Uttarakhand News, News in Hindi

हरीश रावत का राज्य सरकार पर वार , कहा “मरता क्या ना करता”

Dehradun – The process of corona vaccination has intensified to beat the third wave of corona in the state of Uttarakhand including the country. At the same time, recently, Harish Rawat has targeted the state government regarding this issue of corona vaccination. He has said that it is called two kicks in a lying. Already people have not only got infected due to corona but they have lost their deposits, people are already in dire situation due to closure of economic activities and business. Now a recourse is visible to save lives, that is vaccination so that third wave can be avoided. The Government of India is getting the vaccination for around Rs 150. States are being told that you buy according to Rs 500 and now the private hospitals are charging from Rs 1200 to Rs 2000. What dies don't do, it is the exploitation of fear. The support which is there to save life, the cover of that support is a big loot. There is no one to see, in an economically weak state like Uttarakhand, this is a huge burden on the people there.

देहरादून – देश सहित उत्तराखंड राज्य में भी कोरोना की  तीसरी लहर को मात देने के लिए कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया तेज हो चली है । वहीं हाल ही में  कोरोना वैक्सीनेशन के इस मुद्दे को लेकर हरीश रावत ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है । उन्होंने कहा है इसको कहते हैं पड़ी में दो लात। पहले ही लोग कोरोना के कारण न केवल संक्रमित होकर जितनी जमा पूंजी थी वो गवां चुके हैं, आर्थिक गतिविधिया व कामधंधे बन्द होने कारण लोग पहले से ही खस्ता हालात में हैं। अब जान बचाने के लिये एक सहारा दिखाई दे रहा है, वो है वैक्सीनेशन का ताकि तीसरी लहर से बचा जा सके। वैक्सीनेशन भारत सरकार को 150 रूपये में करीब मिल रही है। राज्यों से कहा जा रहा आप 500 रूपये के हिसाब से खरीदो और अब जो प्राईवेट हॉस्पिटल्स हैं वो 1200 से लेकर 2000 रूपये तक चार्ज कर रहे हैं। मरता क्या नहीं करता, यह भय को दोहन है। जीवन बचाने के लिये जो सहारा है, उस सहारे की आड़ एक बड़ी लूट है। कोई देखने वाला नहीं है, उत्तराखण्ड जैसे आर्थिक रूप से कमजोर राज्य में वहां के लोगों के ऊपर ये बहुत बड़ा भार है।

Exit mobile version