ज्योती यादव, डोईवाला। स्पर्श हिमालय विश्वविद्यालय में हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत आज हिंदी दिवस का उत्सव
मनाया गया। पिछले तीन दिनों से हिंदी विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। भाषण, निबंध, काव्यपाठ, श्रुति लेखन, रंगोली, पोस्टर, समूहगान, लघुनाटिका प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत करने के लिए विशेष रूप से पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड एवं पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री, भारत सरकार, डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ उपस्थित रहे और उन्होंने प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए। डॉ. निशंक ने कहा कि हिन्दी भारतीयों के लिए ना केवल भाषा है बल्कि यह हमारी पहचान हमारी संस्कृति और हमारी सभ्यता का प्रतीक है। जिस राष्ट्र की भाषा जितनी सशक्त होगी उसकी वैश्विक उपस्थिति उतनी ही मजबूत होती है।
कार्यक्रम में अंतर्गत ‘हिंदी वार्ता’ संवाद सत्र का आयोजन भी हुआ, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ने “विविध क्षेत्रों में हिंदी के अवसर और चुनौतियाँ” विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। संवाद में चिकित्सा क्षेत्र से डॉ. ज्योति द्विवेदी (MBBS, MD), कानूनविद एडवोकेट रितु गुजराल, शिक्षा के क्षेत्र से श्रीमती रश्मि चौहान (प्रधानाचार्य एवं सदस्य NCTE), और प्रबंधन क्षेत्र से गरिमा कपूर (मैनेजर HR) ने भाग लिया।
इस संवाद सत्र में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और हिंदी के महत्त्व व संभावनाओं पर गहन चर्चा की। कार्यक्रम ने सभी को हिंदी भाषा के प्रति एक नए दृष्टिकोण से अवगत कराया और इसके भविष्य की संभावनाओं पर विचार-विमर्श करने का अवसर प्रदान किया।