देहरादून – उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सियासी तजुर्बे का इस्तेमाल भाजपा अब संगठन में करने की तैयारी में है। अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उन्हें बतौर चुनाव प्रभारी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी जा सकती है। त्रिवेंद्र पहले भी उत्तर प्रदेश में चुनाव सह प्रभारी की भूमिका निभा चुके हैं। सोमवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद इस तरह की चर्चाओं को बल मिला है।
मार्च 2017 में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने त्रिवेंद्र सिंह रावत को इसी मार्च में अपना चार साल का कार्यकाल पूर्ण होने से कुछ ही दिन पहले पद छोड़ना पड़ा था। इसके बाद से ही माना जा रहा था कि भाजपा उनका उपयोग केंद्रीय संगठन में कर सकती है। पिछले दिनों केंद्रीय मंत्रिमंडल के फेरबदल से ठीक पहले सियासी गलियारों में यह चर्चा भी रही कि केंद्र में मंत्री बनाकर भाजपा मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने की उनकी कसक को दूर कर सकती है। हालांकि ऐसा हुआ नहीं और उत्तराखंड से नैनीताल के सांसद अजय भट्ट को टीम मोदी में शामिल होने का अवसर मिल गया।