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पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत बोले- राज्य में सख्त कर्फ्यू की जरूरत

Former CM Trivendra Rawat said - strict curfew is needed in the state Dehradun - Uttarakhand state Corona epidemic continues as second wave of outbreak. On Tuesday, the figures of corona patients have broken all records. Let me tell you that in the last day, 7028 new cases were reported in the state, while 85 people died. At the same time, former CM Trivendra Rawat has also given a statement to prevent the rising infection of corona. The former chief minister said that the Corona curfew needs to be tightened to prevent corona infection. Only seven of them said that it is generally seen that the crowd is overflowing in the vegetable market. People are careless about the mask. He said that the lockdown will break the Corona chain, but governments have to look at all kinds of systems. The former Chief Minister said during a conversation with journalists that for those returning to the village, they must ensure that they stay at the quarantine center at the village level for at least five days. Along with this, there is a need to give rights to village heads. If anyone violates the guidelines of Kovid, action should be taken against it. If a person has undergone RT PCR, he should remain in isolation at the time of reporting.

देहरादून – उत्तराखंड राज्य कोरोना महामारी की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है । बीतें मंगलवार को कोरोना मरीजों के आंकड़े ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है । बता दें, कि बीते दिन राज्य में 7028 नए मामले सामने आए थे , जबकि 85 लोगो कि मौत हुई थी ।

वहीं कोरोना के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने भी बयान दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कोरोना कर्फ्यू को सख्त करने की जरूरत है। इसके सात ही उन्होंने कहा कि अमूमन यह देखने में आ रहा है कि सब्जी मंडी में भी भीड़ उमड़ रही है। लोग मास्क को लेकर लापरवाही बरत रहे हैं। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से कोरोना की चेन टूटेगी, मगर सरकारों को सभी तरह की व्यवस्था देखनी होती है ।पूर्व मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि जो लोग गांव लौट रहे हैं, उनके लिए यह सुनिश्चित करना होगा कि वे ग्राम स्तर बने क्वारंटाइन सेंटर में कम से कम पांच दिन अवश्य रहें। इसके साथ ही ग्राम प्रधानों को अधिकार देने की जरूरत है। यदि कोई कोविड की गाइडलाइन का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। यदि किसी व्यक्ति ने आरटी पीसीआर कराया है, तो वह रिपोर्ट आने तक घर पर ही आइसोलेशन में रहे।

 

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