संवाददाता(देहरादून): आप आज एक ऐसी खबर पड़ने वाले हैं । जिससे साफ जाहिर होता हैं कि दुनिया मे आखिर कैसे कैसे लोग बसे हुए हैं। आपको बता दे यह घटना रुड़की में नौ सितंबर को एकता गैस गोदाम में हुई फायरिंग की हैं। जहाँ घटना का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया। पुलिस ने प्रेसवार्ता कर बताया कि गोली कुख्यात चीनू पंडित के ईशारे पर चलाई गई थी। पुलिस ने चीनू पंडित के भाई समेत एक शूटर को गिरफ्तार किया है। उनके पास से फायरिंग में इस्तेमाल किया गया पिस्टल और मोटरसाइकिल बरामद की गई है।
गंगनहर कोतवाली में पत्रकार वार्ता करते हुए एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि घटना के बाद मामले की जांच के लिए टीम का गठन किया गया था। विवेचना के दौरान अभियुक्त मुकुल त्यागी निवासी इकबालपुर और राजीव उर्फ मोनू शर्मा निवासी पश्चिमी अम्बर तालाब को गिरफ्तार किया गया। मुकुल त्यागी ने पूछताछ में बताया कि वह झबरेड़ा से धारा 307 के एक मुकदमे में जेल में बंद था। वहां उसकी मुलाकात विनीत शर्मा उर्फ चीनू पंडित से हुई।
इसलिए बनाया था फायरिंग का प्लान
चीनू पंडित ने उसे बताया कि आकाश त्यागी मर्डर केस में कोर्ट में सुनवाई चल रही है और उसमें अश्वनी और सोनी जो कि एकता गैस एजेंसी पर काम करते हैं वे मुख्य गवाह हैं। अगर वह गवाही बदल दें तो वह उस केस में बरी हो जाएगा। चीनू ने बताया कि जेल से बाहर निकलने के बाद उसे उसका भाई मोनू उर्फ राजीव शर्मा पिस्टल उपलब्ध कराएगा और उस पिस्टल से गैस गोदाम पर फायरिंग कर अश्वनी को डराना है ताकि वह इस मामले में गवाही से अपना नाम बदल ले। अगर जरूरत पड़ी तो पैर में गोली मार देना। मुकुल के अनुसार राजीव शर्मा उर्फ मोनू ने उसे बंदूक और पैसा उपलब्ध कराया और उसने अपने एक दोस्त की मोटरसाइकिल कुछ समय के लिए मांगी। जिसके बाद घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस के अनुसार, तीन शूटर अभी भी फरार हैं।