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ठिठुरने से पहले रोमांच को भर लें बाहों में, पर्यटकों की खासी पसंद बना रिवर राफ्टिंग

riverrafting

ऋषिकेश,शाकेब रिज़वी|  रिवर राफ्टिंग मौसम बदल रहा है, सर्दी आने वाली है। इसके बाद ठिठुरन बढ़ जाएगी, इसलिए यह दिन साहसिक पर्यटन का लिए रोमांच बटोरने के लिए बेहद खास हो सकते हैं। ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग का साहसिक खेल इन दिनों लॉकडाउन के बाद पर्यटकों की खासी पसंद बना हुआ है। कुछ दिन बाद पारा लुढ़कने पर रिवर राफ्टिंग का खेल भी थम जाएगा। इसलिए आने वाले दो सप्ताह रिवर राफ्टिंग के लिए बेहद खास है।

गंगा में कौड़ि‍याला से मुनिकीरेती तक 40 किलोमीटर का इको टूरिज्म जोन साहस और रोमांच का शौक रखने वाले पर्यटकों को बखूबी अपनी ओर खींचता है। यहां साहसिक पर्यटन से जुड़ी गंगा की लहरों पर राफ्टिंग गतिविधि के अलावा ट्रैकिंग व कैंपिंग का रोमांच बरबस ही आकर्षित करता है। गंगा के इस इको टूरिज्म जोन में एक दर्जन से अधिक विश्वस्तरीय टाइप- 3 व टाइप- 4 के रैपिड हैं, जो राफ्टिंग के रोमांच को कई गुना बढ़ा देते हैं। राफ्टिंग का यह खेल जितना रोमांच से भरा हुआ है, इसमें जोखिम भी कम नहीं है। इसलिए जरूरी है कि राफ्टिंग के दौरान सुरक्षा को लेकर कोई भी लापरवाही ना बरतें। जब भी राफ्टिंग के लिए आएं तो इस बात का ध्यान रखें कि किसी विश्वसनीय कंपनी के माध्यम से ही राफ्टिंग करें। प्रशिक्षित और अनुभवी गाइड के अलावा प्रमाणित इक्विपमेंट ही आपको सुरक्षा दे सकते हैं।

बहरहाल करीब दो सप्ताह के बाद मौसम का पारा गिर जाएगा और ठिठुरन बढ़ने लगेगी। ऐसे में गंगा में रिवर राफ्टिंग का खेल भी फीका पड़ जाता है। इसके बाद मार्च माह से ही फिर गंगा में राफ्टिंग का लुत्फ ले सकेंगे। इसलिए वर्तमान में त्योहारी सीजन होने के कारण वीकेंड और अन्य अवकाश के दिन आप यहां रोमांच के सफर के साथ यादगार बना सकते हैं।

यह हैं गंगा के प्रमुख रोमांचक रैपिड

कौडियाला-मुनिकीरेती इको टूरिज्म जोन में 80 के दशक में एडवन हिलेरी नामक एक विदेशी सैलानी ने इन रैपिडों की खोज कर उनका नामकरण किया था। जो आज भी उन्हीं नामों से विख्यात हैं। इनमें डेनियल ड्रिप, द वाल, क्रास फायर, थ्री ब्लाइंड माइस, बॉडी सर्फिंग, रिटर्न टु सेंटर, रोलर कोस्टर, गोल्फ कोर्स, क्लब हाउस, इनीसिएशन, बॉडी सर्फिंग, डबल ट्रवल, हिल्टन आदि महत्वपूर्ण हैं। इन रैपिड्स में कई रैपिड तो ऐसे भी हैं जहां पर्यटक राफ्ट से जंप कर नदी में तैरते हुए सफर तय करते हैं, जबकि कई रैपिड अपने नामों के अनुरूप ही प्रकृति रखते हैं।

राफ्टिंग टूर दूरी और दर

दिनेश कोठियाल (अध्यक्ष, गंगा नदी राफ्टिंग रोटेशन समिति) ने बताया कि लॉकडाउन के बाद गंगा में रिवर राफ्टिंग के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे हैं। इस बीच करीब पांच  सप्ताहांत आए हैं, जिनमें रिवर राफ्टिंग के लिए आने वाले पर्यटकों का औसत करीब तीन हजार पर्यटक प्रतिदिन रहा। अब सर्दी बढ़ने से पहले करीब आने वाले दो सप्ताह तक और राफ्टिंग का लुत्फ उठाया जा सकता है।

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