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सिपेट में रोजगारोन्मुखी निःशुल्क कौशल विकास कार्यक्रम का हुआ समापन

ज्योति यादव, डोईवाला। आज केंद्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट), डोईवाला में पेट्रोनेट एल.एन.जी नई दिल्ली द्वारा कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी अंतर्गत प्रायोजित 6 माह अवधि का 100 विद्यार्थियों हेतु निःशुल्क आवासीय कौशल विकास कार्यक्रम मशीन ऑपरेटर – प्लास्टिक्स प्रोसेसिंग, मशीन ऑपरेटर- इंजेक्शन मोल्डिंग पाठ्यक्रम का समापन समारोह आयोजित किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चंदन गर्ग , मुख्य प्रबंधक (कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी (सी.एस.आर), पेट्रोनेट एल.एन.जी के रहे | मुख्य अतिथि द्वारा छात्रों को प्रमाण पत्र एवं नियुक्ति प्रमाण पत्र वितरित कियें गए।
साथ ही बताया कि पेट्रोनेट एल.एन.जी एक भारतीय तेल और गैस कंपनी है उन्होंने विद्यार्थियों को आशीर्वाद प्रदान करते हुए उनको भविष्य के लिए शुभकामनायें दी एवं छात्रों को प्रोत्साहित किया की सिपेट में छह माह के ट्रेनिंग के दौरान जो सिखा उसे आगे उद्योगों में इस्तेमाल करने के साथ साथ सिपेट एवं पेट्रोनेट का नाम रोशन करें।

और युवाओ को नौकरी करने के अतिरिक्त स्वरोजगार कर औद्योगिक इकाईयों को लगाकर आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया |
केंद्र प्रमुख अभिषेक राजवंश ने संस्थान में संचालित किये जाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए अवगत कराया गया कि केंद्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट), रसायन और पेट्रोरसायन विभाग, रसायन और उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत एक प्रमुख राष्ट्रीय संस्थान है जो पूरी तरह से कौशल विकास, तकनीकी सहायता, शैक्षणिक और रिसर्च के लिए समर्पित है | मुख्य अतिथि महोदय को छात्रों को मशीनों पर मिलने वाली प्रायोगिक शिक्षा, संस्थान के सभी संबधित विभागों – एन.ए.बी.एल प्रमाणित प्लास्टिक परीक्षण प्रयोगशाला, प्लास्टिक प्रोसेसिंग वर्कशॉप, टूल रूम , कैड-कैम में सभी अत्याधुनिक तकनीकी सेवाओं से अवगत कराया गया । सिपेट देहरादून को आई.एस.ओ /आई.ई.सी : 17025 के अनुसार विभिन्न प्लास्टिक उत्पादों और मेटेरियल के परीक्षण हेतु एन.ए .बी.एल मान्यता प्राप्त हुई है जिससे वह इस क्षेत्र में उद्योगों साथ साथ विभिन्न सरकारी विभागों को उनके परीक्षण और गुणवत्ता नियंत्रण आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु सहायता प्रदान कर सकता है । सिपेट उत्तराखंड राज्य में प्रथम सरकारी एन.ए.बी.एल प्रमाणित लैब है जो तृतीय पक्ष निरिक्षण भी करता है |
सिपेट की परीक्षण सेवाओं का उपयोग डेयरी विकास, पेयजल, सिंचाई, लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, कृषि, बागवानी, नागरिक आपूर्ति आदि विभागों द्वारा किया जा सकता है जो पॉली फिल्म्स, युपीवीसी/एचडीपीई/एमएस मेटल पाइप और फिटिंग, खाद्य ग्रेड पैकेजिंग के लिए बोरी, बैग आदि का क्रय करते हैं |
इस के साथ साथ मुख्य अतिथि को सिपेट संस्थान में संचालित डिप्लोमा पाठ्यक्रम के बारे में भी अवगत कराया गया और बताया कि सिपेट में तीन वर्षीय डिप्लोमा कार्यक्रम – डिप्लोमा इन प्लास्टिक्स टेक्नोलॉजी एवं डिप्लोमा इन प्लास्टिक्स मोल्ड टेक्नोलॉजी संचालित होते है, जिसके लिए प्रवेश हेतु इच्छुक विद्यार्थियों की शैक्षणिक योग्यता 10वीं या 12वीं या आई.टी.आई पास होनी चाहिए |

कौशल विकास अधिकारी पंकज फुलारा ने मुख्य अथिति को बताया की प्रशिक्षण लेने वाले सभी युवाओं को रोजगार प्राप्त हो चुका है और एक विद्यार्थी का साउथ अफ्रीका के नाइजीरिया में भी नौकरी लगी है और साथ ही साथ बताया की छः माह के अवधि के कौशल विकास कार्यक्रम में पहली बार विदेश में भी युवाओं ने अपना परचम लहराना शुरू कर दिया है | और साथ ही साथ मुख्य अतिथि को संस्था में अपना अमूल्य समय और महत्तवपूर्ण जानकारी साझा करने के लिए का आभार व्यक्त किया |
मुख्य अतिथि चंदन गर्ग ने संस्थान में पौधारोपण भी किया |
कार्यक्रम के दौरान आर. के. पाण्डेय. साईराज आदित्यकुमार वर्मा, पार्थ सारथी दास , समीर पुरी , बलवीर शर्मा एवं कैलाश रमोला आदि उपस्थित रहे |

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