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हाथियों ने किसानों की कई बीघा गन्ने की खेती को उजाड़ डाला, गुस्साए किसानों ने किया वन चौकी का गहराब….

ज्योती यादव, डोईवाला। झबरावाला में हाथियों द्वारा गन्ने की फसल से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा की एक टीम ने राजाजी नेशनल पार्क के वन क्षेत्राधिकार को साथ लेकर मौके का किया मुआयना।
इसी क्रम में संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक ताजेंद्र सिंह के नेतृत्व में अखिल भारतीय किसान सभा, किसान यूनियन टिकेट , एवं किसान यूनियन चढूनी आदि किसान संगठनो से जुड़े किसान ग्राम पंचायत मारखमग्रांट के ग्राम झबरावाला में किसान नरेंद्र सिंह एवं अन्य किसानों के गन्ने के खेत में हाथियों द्वारा दो दिनों से लगातार किए जा रहे नुकसान से गुस्साए किसान वन विभाग की चौकी पर गए और वन विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ लापरवाही का आरोप लगाते हुए जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।

यहां यह बताना जरूरी है कि किसान नरेंद्र सिंह जिस खेत में यह गन्ने की फसल उगाता है वह भूमि शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल वह उनके परिवार की है जो बहुत पहले से उन्होंने ले रखी है। किसानों ने मौके पर उपस्थित रेंज अधिकारी महेश सेमवाल, वन दरोगा रीना डबराल एवं वन कर्मियों को साथ लेकर हाथियों द्वारा किए गए नुकसान का मुआयना किया।

इस दौरान पर संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक ताजेंद्र सिंह ने कहा कि किसान रात दिन मेहनत करके अपनी फसल तैयार करता है और वन विभाग की लापरवाही के चलते राजाजी नेशनल पार्क से निकलकर हाथी फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं जबकि इस संबंध में कई बार किसान संगठनों ने वन विभाग एवं राजाजी नेशनल पार्क के अधिकारियों को फसलों की सुरक्षा हेतु उचित कदम उठाने के लिए लिखा है परंतु उसके बावजूद हाथी जंगलों से निकाल कर आराम से फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं।

अखिल भारतीय किसान सभा के मंडल अध्यक्ष बलबीर सिंह ने कहा है कि लगातार सूचना के बावजूद वन कर्मचारी लापरवा बने हुए हैं और किसानो को अपनी जान हथेली पर रखकर मजबूरन रात को अपने खेतों की रखवाली करनी पड़ रही है ऐसे में अगर कोई अनहोनी होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।
किसान यूनियन टिकेट के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह खालसा ने कहा अगर वन विभाग के कर्मचारी शीघ्र ही हाथियों के रोकने का इंतजाम नहीं करते तो किसान संगठन मिलकर राजाजी नेशनल पार्क एवं वन विभाग के खिलाफ आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

अखिल भारतीय किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष याकूब अली ने उपस्थित वन क्षेत्रा अधिकारी से किसानो की फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए कम से कम 20 से ₹25000 प्रति बीघा के हिसाब से नुकसान का मूल्यांकन कर किसानों को आर्थिक मदद किए जाने की मांग की ताकि किसानों के नुकसान की भरपाई हो सके एवं फसलों के बचाव हेतु उचित प्रबंध किए जाएं।
किसान यूनियन चढूनी के प्रदेश संयोजक चौधरी हरेंद्र बालियान एवं भाजपा नेता जसविंदर सिंह उर्फ डाली ने कहा कि किसानों के हुए नुकसान को कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा यदि समय रहते वन विभाग इस और नहीं ध्यान देगा तो उसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा उन्होंने किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए उचित कदम उठाने की मांग की।

मौके पर उपस्थित वन क्षेत्राधिकार महेश सेमवाल ने किसानों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर क्षेत्र पंचायत सदस्य गुरविंदर सिंह उर्फ बॉबी, परमजीत सिंह उर्फ पम्मा,अनूप कुमार पाल, पूरण सिंह, गुरचरण सिंह, जगजीत सिंह, नरेंद्र सिंह, मोंटी,गुरप्रीत सिंह, राजेश सिंह, बशीर ग़ुज्जर, मोहम्मद शफी,विक्रम सिंह,हरप्रीत सिंह,हरबंस सिंह गुरुजी,पंचायत सदस्य दलजीत सिंह, तरसेम सिंह, रविन्द्र सिंह, अमरजीत सिंह, जसवींदर सिंह डाली,बलविंद्र सिंह, कुलदीप सिंह, मुकेश थापा, करण सिंह, गामा ग़ुज्जर,इंद्रजीत सिंह लाड्डी आदि सहित काफी संख्या में किसान उपस्थित मौजूद रहे।

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