देहरादून: प्रदेश में अब जल्द ही इलेक्ट्रिक बस सड़कों पर दौड़ती नजर आएगी। इसके लिए अब केवल किराया तय होने का इंतजार है। माना जा रहा है 25 अथवा 26 दिसंबर से यह बसें सड़कों पर दौड़ सकती है। प्रदेश सरकार लंबे समय से इलेक्ट्रिक बसों को सड़कों पर दौड़ाने की कवायद कर रही है। इसकी शुरूआत देहरादून से होने जा रही है।
स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत 30 बसों का देहरादून में संचालन होना है। इसके अंतर्गत पांच बसें देहरादून पहुंच भी चुकी हैं। सरकार की योजना 25 दिसंबर को इन बसों के संचालन शुरू किए जाने की योजना है। इन बसों को देहरादून शहर के भीतर ही सिटी बस के तौर पर चलाया जाना है। दरअसल, पहले प्रदेश सरकार की योजना इन बसों को देहरादून-मसूरी, देहरादून-ऋषिकेश और हल्द्वानी-नैनीताल के बीच संचालित करने की थी। इसके लिए बसों का क्रय किया जाना था। जब सरकार ने इन बसों की बाजारी कीमत पता की तो यह बहुत अधिक आ रही थी। ऐसे में सरकार ने इन बसों को निजी ऑपरेटर के जरिये चलाने का भी निर्णय लिया गया। बकायदा वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना के अंतर्गत इलेक्ट्रिक बस लेने वालों को 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी दिए जाने और बसों का परिवहन निगम में अनुबंध पर लगाने तक की बात कही गई। हालांकि, अभी तक अधिकांश लोग ने इसमें रुचि नहीं दिखाई है। इस बीच प्रदेश सरकार को स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत केंद्र से 30 बसों के संचालन की अनुमति के साथ ही बसें मिलना भी तय हो गया।बीते दिनों इनमें से पांच बसें देहरादून पहुंच गई है। अब इन्हें मार्ग पर उतारा जाना है। चूंकि प्रदेश में पहली बार इन बसों का संचालन किया जा रहा है इसलिए इनकी किराया सूची अलग से निर्धारित होगी। यह किराया राज्य परिवहन प्राधिकरण की बैठक में तय होगा। इसे देखते हुए एसटीए की बैठक भी बुलाई गई है। एसटीए की बैठक से इसका किराया तय होने के बाद इन बसों को सड़कों पर उतार दिया जाएगा।