देहरादून। पहली इलेक्ट्रिक बस दून पहुंच गई है। हफ्तेभर में इसका ट्रायल भी शुरू हो जाएगा। अभी परिवहन विभाग में इसकी पंजीकरण की प्रक्रिया चल रही है। तीन रूट पर बस का ट्रायल होगा। प्रदर्शन के आधार पर चरणवार कुल 30 बसें मंगाई जानी हैं। देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) डॉ. आशीष श्रीवास्तव के मुताबिक इलेक्ट्रिक बसों के लिए सरकार की ओर से कोई धनराशि खर्च नहीं की गई है। पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड में देश की सबसे बड़ी ई-बस कंपनी ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक बसों का संचालन करेगी। बसों के संचालन के लिए कंपनी को 65 रुपये प्रति किलोमीटर भुगतान किया जाएगा। बसों से किराये के रूप में जो आय प्राप्त होगी, वह स्मार्ट सिटी कंपनी को मिलेगा।
अभी किराया तय नहीं किया गया है। अभी भले ही एक बस का संचालन ट्रायल के रूप में किया जाएगा, मगर सभी प्रमुख बस स्टॉपेज पर बस का रूट बताने वाले इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड लगा दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि बसों में परिवहन निगम के चालक व परिचालक सेवाएं देंगे और परिवहन निगम को भी प्रति किलोमीटर की दर से भुगतान किया जाएगा।
बस की यह है खासियतः- बस को एक बार चार्ज करने पर 150 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है। इसमें 26 सीट हैं और दिव्यांग व्यक्तियों के लिए व्हीलचेयर के साथ हाइड्रोलिक रैंप भी हैं। बस में ड्राइवर इंफॉर्मेशन सिस्टम के साथ इमरजेंसी बटन, मोबाइल चार्जिंग सिस्टम समेत कई सुविधाएं हैं। इन बसों का ट्रायल रुट प्रेमनगर से आइटी पार्क, आइएसबीटी से राजपुर और आइएसबीटी से एयरपोर्ट तक होगा।