अल्मोड़ा। उत्तराखंड परिवहन निगम में तैनात किए गए चालकों को पिछले आठ माह से वेतन नहीं मिला है, जिससे उनमें निगम और एजेंसी संचालकों के खिलाफ आक्रोश है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि कोरोना संक्रमण काल व लॉकडाउन के दौरान उनसे काम तो लिया गया लेकिन वेतन नहीं दिया गया, जिससे उनकी आद्दथक स्थिति खराब हो गई है। वेतन न मिलने से चालकों के सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया।
उत्तराखंड परिवहन निगम में जेड सिक्योरिटी एजेंसी के माध्यम से चालकों को रखा गया है। इसमें 10 चालक अल्मोड़ा डिपो में और तीन चालक रानीखेत डिपो में तैनात हैं। वह अप्रैल माह से लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं। चालकों का कहना है कि लाकडाउन के दौरान उन्हें प्रवासियों को भेजने में लगाया गया। जान जोखिम में डालकर वह हर वक्त तैनात रहे, लेकिन जब वेतन की बात आई तो पिछले आठ माह से वेतन नहीं दिया गया। कई बार कहने के बाद भी उनकी कोई सुध लेने वाला कोई नहीं है। वेतन न मिलने से वह आर्थिक संकट से गुजर रहे है। वेतन न मिलने के कारण बच्चों की फीस भी नहीं दे पा रहे हैं। वहीं कहने के बाद भी इस संबंध में निगम प्रबंधक भी कुछ सुनने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने आठ माह का वेतन दिलाने की मांग की है। मांग करने वालों में चालक ललित वर्मा, भगवान सिंह, राजेंद्र बिष्ट, संजय नेगी, दिनेश परिहार, राजेंद्र, रमेश भट्ट, इंदर सिंह, भवान सिंह, भवान चंद्र, महेश चंद्र शामिल हैं।