ज्योति यादव। लंदन में “भारोपीय हिंदी महोत्सव-लंदन” समारोह सफलता पूर्ण आयोजन के पश्चात पूर्व शिक्षा मंत्री भारत सरकार पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड वर्तमान में हरिद्वार सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक बहरीन पहुचे एवं भारतीय दूतावास, बहरीन में महात्मा गांधी जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
डॉ निशांक ने बहरीन, भारतीय दूतावास में बहरीन में भारतीय राजदूत विनोद के. जैकब, द्वितीय सचिव (पीओएल एवं पीआईसी) इहजास असलम शेख एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर भारत और बहरीन के बीच शैक्षिक सहयोग बढ़ाने, संस्कृत के विकास एवं प्रचार-प्रसार, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत एवं नव भारत के निर्माण, हिन्दी के विकास एवं प्रचार-प्रसार, वेद एवं विश्व शांति अभियान और अन्य महत्वपूर्ण समसामयिक विषयों पर चर्चा की।
डॉ निशंक ने कहा कि प्रवासी भारतीयों की समस्याओं समाधान के प्रति दूतावास के सकारात्मक रुख बेहद प्रशंसनीय है।
डॉ निशंक ने बहरीन के उत्तराखंड संगठन के सदस्यों के साथ मुलाकात की और कहा कि मुझे इस बात की अत्यंत प्रसन्नता है बहरीन में उत्तराखंड समाज के लोक प्रतिष्ठित पदों पर काम कर वहां की उन्नति में अहम योगदान दे रहे हैं।
इस अवसर पर विनसर प्रकाशन द्वारा प्रकाशित ‘जिन्दग्या बाटा मा” डॉ निशंक की गढ़वाली पुस्तक का वरिष्ठ गणमान्य विद्वतजनों द्वारा लोकार्पण किया गया। डॉ. निशंक ने 113 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं और अपनी साहित्यिक उपलब्धियों के लिए उन्हें पंद्रह से अधिक देश सम्मानित कर चुके हैं। डॉ. निशंक के साहित्य पर तीस से अधिक शोध हो चुके हैं या हो रहें हैं।
द इंडियन स्कूल बहरीन के प्रबंधन द्वारा डॉ निशंक को विश्व पटल पर शिक्षा एवं साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर डॉक्टर निशंक ने सभी प्रवासियों बंधुओ से उत्तराखंड से जुड़े रहने एवं उत्तराखंड के विकास के लिए निरंतर कार्य करने के लिए आभार प्रकट किया एवं उनके नए प्रयासों हेतु शुभकामनाएं दी।