ज्योती यादव,डोईवाला। सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा डोईवाला के आह्वान पर गन्ना समिति के किसान सभागार में किसानो की एक बैठक संपन्न हुई,जिसकी अध्यक्षता मोर्चे के संयोजक ताजेंद्र सिंह एवं संचालन किसान नेता उमेद बोरा नें किया।
बैठक को संबोधित करते हुए मोर्चे की संयोजक ताजेंद्र सिंह ने कहा है कि भाजपा के शासनकाल में किसानों का दमन हुआ है जिसके परिणाम स्वरूप अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों पर उत्तराखंड सरकार एवं प्रशासन के द्वारा कई धाराओं में मुकदमे दर्ज किए गए क्योंकि किसानों ने राज्य सरकार के खिलाफ अपना विरोध करते हुए माननीय मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया था लोकतंत्र में विरोध का सबको अधिकार होता है। परंतु ऐसे ही विरोध के जरिए जब राजनीतिक पार्टी भाजपा एवं उससे जुड़े संगठन लोकसभा नेता प्रतिपक्ष का पुतला फूंक कर अपना विरोध करते हुए उसके चित्र पर गलत हरकतें करते हैं तो शासन एवं प्रशासन अपनी आंखें मूंद लेता है।
बैठक को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान सभा के जिला अध्यक्ष दलजीत सिंह ने कहा है कि भाजपा सरकार बदले की भावना से कम कर रही है जनता और किसानों को झूठे सपने दिखाकर वोट तो हासिल कर लेती है परंतु उनकी करनी और कथनी में बहुत अंतर होता है। उन्होंने कहा जब प्रशासन अपना विरोध कर रहे हैं किसानों पर झूठे मुकदमे लगा सकता है तो भाजपा कार्यकर्ताओं पर क्यों नहीं।
बैठक को किसान नेता गौरव चौधरी एवं सुरेंद्र खालसा ने संबोधित करते हुए कि महामहीम राज्यपाल महोदय को किसानों पर किए गए झूठे मुकदमो पर संज्ञान लेते हुए आवश्यक कार्यवाही कर मुकदमो को वापस दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा एक देश एक कानून के अंतर्गत किसानों पर अगर मुकदमे किए गए तो भाजपा कार्यकर्ताओं पर भी मुकदमे होने चाहिए जिन्होंने लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की फोटो लगाकर उनका पुतला दहन किया।
जिसके विरोध में किसान डोईवाला कोतवाली पहुंचे जहां उन्होंने प्रभारी निरीक्षक महोदय के माध्यम से महामहिम राज्यपाल महोदय को ज्ञापन प्रेषित किया।
इस दौरान मोहित उनियाल, सरदार गुरदीप सिंह , बलवीर सिंह, याकूब अली, इंद्रजीत सिंह, हरबंस सिंह,चतर सिंह बोरा, करनैल सिंह,बिशप थॉमस,संयुक्त किसान मोर्चा संयोजक ताजेंद्र सिंह, जिला अध्यक्ष दलजीत सिंह, किसान यूनियन जिला अध्यक्ष सुरेंद्र खालसा, गौरव चौधरी, उमेद बोरा, याकूब अली, बलवीर सिंह, मोहित उनियाल, गुरदीप सिंह, इंद्रजीत सिंह, हरबंस सिंह, बिन्दा भाई, प्रेम सिंह, कमल अरोड़ा, अजीत सिंह प्रिंस, सरजीत सिंह, बिशप थॉमस, करनैल सिंह, गुरचरण सिंह, जगजीत सिंह, गोविंद बिष्ट, रमेश चंद, जगतार सिंह आदि सहित काफी संख्या में किसान उपस्थित रहे।