ज्योति यादव,डोईवाला। जौलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए कार्यवाही तेज होने से ग्रामीण क्षुब्ध। विस्तारीकरण की जद में आने वाले प्रभावित क्षेत्रवासियों ने विरोध में किया लामबंद आंदोलन का ऐलान।
रविवार को देहरादून हवाई अड्डे के विस्तारीकरण के विरोध में टिहरी बांध विस्थापित और जौलीग्रांट क्षेत्र के सैकड़ों लोगों द्वारा महापंचायत का आयोजन किया गया था, जिसमें क्षेत्रवासियों द्वारा देहरादून हवाई अड्डे की विस्तारीकरण के लिए जमीन न देने का संकल्प लिया था।
इसके तुरंत बाद जिस प्रकार सरकार ने विज्ञप्ति जारी की है उससे टिहरी बांध विस्थापित और जौलीग्रांट के नागरिक आक्रोश में है। अठूरवाला निवासी गजेंद्र रावत का कहना है कि जो सरकार कुछ दिन पहले यह बोल रही थी कि अधिग्रहण और विस्तारीकरण की कोई कार्यवाही नहीं चल रही सरकार सिर्फ प्रारंभिक स्तर पर सर्वे करवा रही है उसकी पोल खुल चुकी है और क्षेत्रवासियों की आशंका सच साबित हुई है।
उन्होंने सरकार की इस कार्यवाही की कड़े शब्दों में आलोचना की है। उत्तराखंड सरकार की नागरिक उड्डयन विभाग विकास प्राधिकरण द्वारा विज्ञप्ति जारी की गई है, जिसमें उत्तराखंड में हवाई अड्डे हेलीपैड के निर्माण के लिए विस्तारीकरण एवं अधिग्रहण के लिए रिटायर्ड अनुभवी अधिकारियों के लिए विज्ञापन जारी किया है।
उस विज्ञापन में भूमि अधिग्रहण के लिए अनुभवी अधिकारियों और अधिकारियों और रिटायर्ड तहसीलदारों से आवेदन मांगे गए हैं सरकार हवाई अड्डे हेलीपैड के निर्माण और विस्तार के लिए इतनी तेजी से काम कर रही है किसके लिए एक सप्ताह का समय नियत किया गया है कि जो भी आवेदन देना चाहता है एक सप्ताह के भीतर दे दे।
ग्रामीणों का कहना है की यदि सरकार अपने कदम वापस नहीं लेती तो सरकार के इस कदम के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। सरकार की इस नई कार्यवाही पर क्षेत्रवासियों में जमकर आक्रोश जताया और इसके लिए शीघ्र ही एक और बड़ी बैठक बुलाने का निर्णय लिया गया है।
भाजपा नेता दिनेश सजवान इस एकतरफा कार्यवाही की निंदा की है और एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए भूमि न देने का संकल्प दोहराया है
कांग्रेस नेता और प्रभावित क्षेत्र निवासी कीर्ति सिंह नेगी ने इसे सरकार द्वारा छलावा बताया है और विरोध की बात दोहराई है।
सरकार के इस नए कदम पर सुमेर नेगी, पूर्व प्रधान मंजू चमोली, पुरषोत्तम डोभाल, रविंद्र सिंह नेगी, कमल सिंह राणा, बलदेव सिंह, बेताल सिंह, शंकर सिंह, विक्रम सिंह भंडारी, अजय भंडारी, विक्रम सिंह रावत, गौरव चौधरी ने आलोचना कर संघर्ष तेज करने का संकल्प दोहराया है।