
ज्योति यादव,डोईवाला। राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने निजी स्कूलों की मनमानी फीस और महंगी किताबें बेचे जाने के विरोध में मंगलवार को उप जिला अधिकारी डोईवाला को ज्ञापन सोपा।
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी की महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष शैलबाला ममगाईं ने कहा कि आज शिक्षा को एक मौलिक अधिकार के रूप में माना जाता है लेकिन दुर्भाग्य से यह अब एक व्यवसाय बनती जा रही है स्कूलों की मनमानी फीस वृद्धि ने आम जनता खासकर मध्यम और गरीब वर्ग के लोगों के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी कर दी है जब चाहा फीस बढ़ा दी जाती है और माता-पिता पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डाल दिया जाता है महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार से मांग की है की फीस नियंत्रण कानून लागू किया जाए जिससे स्कूल मनमानी तरीके से फीस न बढ़ा सके।
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजय डोभाल ने कहा हर साल फीस वृद्धि के लिए एक पारदर्शी प्रक्रिया बनाई जाए, जिसमें माता-पिता की सहमति हो राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के प्रदेश प्रचार सचिव विनोद कोठियाल ने कहा गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों को शिक्षा में राहत देने के लिए सरकार विशेष आर्थिक सहायता योजना शुरू करें।
इस अवसर पर शैलबाला ममगाईं, संजय डोभाल, विनोद कोठियाल जे पी भट्ट, सत्येंद्र चौहान, मनीष बडोनी, पूनम सेमवाल, सृष्टि कार्यकर्ता शामिल रहे।