ज्योति यादव,डोईवाला। प्रताप टीएनआई इंस्टिट्यूट में जी20 सम्मेलन को लेकर कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें संस्थान के सभी छात्र छात्राओं, शिक्षकों और वक्ताओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम जी20 सम्मेलन की भारत की मेजबानी को लेकर बात की गई। सम्मेलन का मकसद क्या है और अभी भी भारत को किन मुख्य समस्याओं से लड़ने की जरूरत है जिससे वह आने वाले समय में विश्व में नायकों की भूमिका निभाए।
प्रताप संस्थान के शिक्षकों द्वारा जी-20 की महत्वता को बताया गया भारत के सामने अभी खड़ी मुख्य समस्याओं के बारे में बच्चों को अवगत कराया गया। शिक्षकों ने कहा भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती एकता की है।
अगर भारत में सभी लोग परस्पर एकता के साथ कार्य करें तो गरीबी और अमीरी का खेल खत्म हो जाएगा और जी20 का लक्ष्य पूरा होगा। संस्थान के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी जतिन सिंह चौहान ने कहा असल में देश को केवल नेता या ब्यूरोक्रेट्स ही नहीं बदलते, देश को बदलने में सबसे अधिक भूमिका लोग निभाते है, अगर सतत लक्ष्य को पाना है तो लोगो को हर चीज अपने स्तर से बदलनी होगी।
प्रताप संस्थान के निदेशक नितिन सिंह चौहान ने कहा की देश के लिए सबसे जरूरी बच्चे है मेरा सभी शिक्षको और संस्थानों से अनुरोध है की बच्चो को इस तरह शिक्षा ना दी जाए, की वो केवल रोबोट बने, हमे दुनियां को चलाने के लिए उन्हें कुशल बनाना है, मशीन नही।
इस मौके पर संस्थान के एचओडी नीट दिलीप सिंह, शिक्षक और कार्यक्रम संचालक दीपांशु, शिक्षक वंशिका, शिक्षिका आराधना, शंगीता और संस्थान के कैडेट ज्योति, अनुज, शिवम, आदित्य, विवेक आदि उपस्थित रहे।