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किसानों को कृषि विभाग द्वारा  सब्सिडी के साथ किया जा रहा धान बीज का वितरण

In the Doiwala-Korona period, the farmers have been given some relief by the Department of Agriculture, in which free paddy seeds are being distributed to the farmers under the Markham Grant Cluster Scheme. Whereas farmers outside the cluster can get seed with 75% subsidy. During the Corona period, farmers and laborers faced financial difficulties. However, the government is definitely trying to provide some relief to both the sections. In view of these problems, Gram Panchayat member Vinod Rauthan talked to the agriculture officials and demanded distribution among the village, while the agriculture department asked for distribution of seeds in the office itself. During this, Assistant Agriculture Officer Chandraveer Chaudhary told that any farmer of Markhamgrant can get seeds by reaching the Agriculture Department office of Doiwala. He also said that his aim is to benefit more farmers. But this year, due to Kovid, seeds have not been distributed to villages. More about this source textSource text required for additional translation information Send feedback Side panels

रिपोर्ट- ज्योति यादव

डोईवाला – कोरोना काल मे किसानों को कृषि विभाग द्वारा कुछ राहत दी गयी है, जिसमें मारखम ग्रांट क्लस्टर योजना के अंतर्गत किसानों को निशुल्क धान बीज का वितरण किया जा रहा है। जबकि क्लस्टर से बाहर के किसान 75% सब्सिडी के साथ बीज प्राप्त कर सकते हैं।

कोरोना काल मे किसान व मजदूरों को आर्थिक रूप से भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि सरकार दोनो ही वर्ग को कुछ राहत पहुंचाने का प्रयास जरूर कर रही है। इन समस्याओं को देखते हुए ग्राम पंचायत सदस्य विनोद रौथाण ने कृषि अधिकारीयों से वार्तालाप कर गांव में ही बीच वितरण करने की मांग की, जबकि कृषि विभाग द्वारा बीजों का वितरण कार्यालय में ही करने की बात कही गयी।

इस दौरान सहायक कृषि अधिकारी चन्द्रवीर चौधरी ने बताया कि मार्खमग्रांट का कोई भी किसान डोईवाला के कृषि विभाग कार्यालय पहुँच कर बीज प्राप्त कर सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य ज्यादा- ज्यादा किसानों को लाभ पहुंचाना है। पर इस वर्ष कोविड की वजह से गांव- गांव जाकर बीज का वितरण नही किया गया है।

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