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दून अस्पताल में अव्यवस्थाएं, पहले चिकित्सकों के इंजार में दर्द से कराहते थे मरीज; अब आइसीयू की दिक्कत

Disorders in Doon Hospital, earlier patients used to groan in pain while waiting for doctors; Now ICU problem

देहरादून: दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय को अव्यवस्था का मर्ज लग गया है। चिकित्सक के इंतजार में दर्द से कराहते मरीज, इमरजेंसी में दलालों की बढ़ती सक्रियता और बेड को तरसती गर्भवती महिलाएं, यहां बदइंतजामी की तस्वीर पेश करती हैं। अब एक नया संकट पैदा हो गया है। अस्पताल में आइसीयू बेड को लेकर मारामारी मची है। यहां 100 आइसीयू बेड हैं, लेकिन 50 का ही संचालन हो रहा है।

मंगलवार को वार्ड-14 में एक मरीज संजय को चिकित्सकों ने आइसीयू की जरूरत बताई, मगर उसे आइसीयू नहीं मिल सका। देररात तक स्वजन चिकित्सकों के चक्कर काटते रहे। इधर, चिकित्सा अधीक्षक डा. केसी पंत का कहना है कि बड़ी संख्या में मरीजों की निर्भरता अस्पताल के आइसीयू पर है। कोरोना संक्रमित, संदिग्ध व सामान्य मरीजों के लिए पाजिटिव निगेटिव और अलग-अलग आइसीयू बेड की व्यवस्था की गई है। आइसीयू संचालन को आवश्यक स्टाफ की भी कमी है। जिसे बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं महिला विंग में भी व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं। यहां कई घंटे इंतजार के बाद भी बेड नहीं मिल पा रहा है। टिहरी की एक महिला को आठ घंटे बाद भी भर्ती नहीं किया गया, तब एक वरिष्ठ अफसर ने दखल दिया। वहीं अल्ट्रासाउंड व अन्य जांच केलिए भी मरीजों को बाहर भेजने की शिकायतें आ रही हैं।

कांग्रेस ने की व्यवस्था सुधारने की मांग

राजकीय दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय के महिला वार्ड में एक बेड पर दो-दो महिलाओं को भर्ती करने का महानगर कांग्रेस ने कड़ा विरोध किया है। उन्होंने अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाने को लेकर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. केसी पंत को ज्ञापन सौंपा। चेतावनी दी कि यदि जल्द व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हुआ तो कांग्रेस धरना-प्रदर्शन करेगी।

मंगलवार दोपहर को महानगर कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल पूर्व विधायक राजकुमार के नेतृत्व में दून चिकित्सालय पहुंचा। ज्ञापन के माध्यम से पूर्व विधायक ने अवगत कराया कि राजकीय दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय में गरीब लोग इलाज को पहुंचते हैं, लेकिन यहां सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। महिला वार्ड में बहुत कम बेडों की व्यवस्था है, जिससे एक बेड पर दो-दो महिला मरीजों को रखा जा रहा है, जो आमजन के साथ अन्याय है। उन्होंने मांग की कि जनहित में अस्पताल में पैथोलाजी लैब, एक्सरे मशीन, सीटी स्कैन मशीन की सेवा चौबीस घंटे उपलब्ध कराई जाए। कहा कि रेडक्रास व ओपीडी बिल्डिंग का निर्माण पूरा नहीं हुआ है, जिस कारण आमजन को सभी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। वार्ड बाय, नर्सिंग स्टाफ और सफाई कर्मचारियों की कमी को दूर किया जाए। इस मौके पर महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, प्रदेश सचिव ओमप्रकाश वाल्मीकि, राजपुर विधानसभा प्रभारी जगदीश धीमान, ब्लाक अध्यक्ष प्रकाश नेगी, पार्षद निखिल कुमार आदि मौजूद रहे।

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