देहरादून : डीजीपी अशोक कुमान ने आज देहरादून स्थित पुलिस लाइन में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को पुरुस्कृत देकर सम्मानित। इनमे देहरादून के 23, एसटीएफ उत्तराखण्ड के 12 और एसडीआरएफ के 11, कुल 46 अधिकारी/कर्मचारियो को उनके उत्कृष्ठ कार्यो के लिए प्रशस्ति पत्र और नगद पुरुस्कार से सम्मानित किया गया। जिसके बाद डीजीपी द्वारा सम्मेलन में मौजूद सभी उत्तराखण्ड से ऑन लाइन माध्यम से जुडे अधिकारी/कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पुलिस का मुख्य कार्य पीडित को न्याय दिलाना है और थानों पर मिलने वाली जनता की शिकायतो का शत-प्रतिशत रिसीव कर उसका निवारण करना है।
पुलिस की छवि खराब करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को कड़ी चेतावनी
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि वर्तमान समय में संगीन अपराधों में कमी आई है लेकिन साथ ही साथ ड्रग्स-साईबर क्राईम व महिला सुरक्षा-यातायात में बढ़ोतरी हुई है। साइबर अपराध न्यू ट्रेड का अपराध है। इस पर नियत्रंण साइंसटिफिक एंव फारेंसिक तरीके से करना है। साइबर सैल को और अधिक सशक्त किया जायेगा। भूमि की धोखाधड़ी करने वाले भू माफियाओ के विरुद्ध कार्यवाही करते हुये, अभियोग पंजीकृत करते हुये अपराधियो के विरुद्ध गैगस्टर एक्ट के अन्तर्गत कार्यवाही की जाये। डीजीपी ने बताया कि अच्छे कार्य करने वाले सभी पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को पुरुस्कृत किया जायेगा लेकिन पुलिस की छवि खराब करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी।
कर्मचारियों की समस्याओं के शत-प्रतिशत निवारण किया जायेगा-DGP
डीजीपी अशोक कुमार ने कर्मचारियों की समस्याओं के शत-प्रतिशत निवारण किया जायेगा। पुलिस का हर कदम ऐसा होना चाहिए कि जिससे पुलिस पीडित को न्याय दिला सकें। जिससे समाज में पुलिस की छवि अच्छी होगी कोई भी ऐसा कार्य न करें जिससे पुलिस की छवि खराब हो। गरीब,असहाय,पीड़ित जो भी थाने पर आये उसे सुरक्षा एवं न्याय देना है। इसके लिए पुलिस को संवेदनशील बनना होगा,जो हमारा प्राथमिक उत्तरदायित्व है।अपने अधिकारो का कोई भी दुरुपयोग न करे किसी भी पीड़ित के साथ पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार बरदास्त नही करा जायेगा। पीडितों को तत्काल न्याय दिलाया जाए। अच्छी पुलिस व्यवस्थ वही है, जो लोगों के सहयोग से लोगों के साथ मिलकर कार्य करे।
डीजीपी ने कहा कि पुलिस परिवार की समस्या, शिकायत एवं सुझावों के लिए मुख्यालय स्तर पर पुलिसजन समाधान समिति का गठन किया गया है। जिनके द्वारा 04 माह में पुलिस कर्मचारियों द्वारा भेजी गयी 841 समस्याओं का निस्तारण किया जा चुका है। इस मौके पर गढ़वाल रेंज डीआईजी नीरु गर्ग, पुलिस महानिरीक्षक अपराध एंवम कानून व्यवस्था वी मुरगेशन, देहरादून एसएसपी योगेन्द्र सिंह रावत, एसटीएफ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, एसडीआरएफ पुलिस अधीक्षक नवनीत भुल्लर, अपराध-नगर-ग्रामीण-यातायात एसपी और समस्त क्षेत्राधिकारी-थाना प्रभारी समेत कई अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।