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यूपी में डेल्टा वैरिएंट का कहर, अब तक इतने लोगों की में हुई डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि

The cause of destruction in the second wave in the state has been the delta variant of the corona virus. In such a situation, the possibility of Delta Plus cannot be ruled out here. This is the reason that full vigilance is being taken by the Health Department. Along with this, an appeal is being made to the citizens to take precautions. In the data released by the central government, it was already said about getting the delta variant in Uttar Pradesh. Now the state health department has also accepted this. On Monday, Amit Mohan Prasad, Additional Chief Secretary, Health Department said that a large number of delta variants have been found in the second wave. In such a situation, one has to be cautious about its new variant as well. Delta Plus is available in various states. In such a situation, genome sequencing is being done here too. Sample in is also being done at airport, railway station, bus stand. People coming from abroad are being quarantined. So delta was found in 327 samples out of 355 Sources reveal that 1355 samples were sent by the Health Department for genome sequencing. In this 355 results have been released. The test report of 1000 samples has not come yet. Delta has been found in 327 samples out of 355 and alpha variant has been found in 28 samples. It is known that during the devastation in the second wave, all the medical experts were confirming that the virus has changed and it is more attacking than ever. Its spreading capacity is also high. More about यूपी: दूसरी लहर में डेल्टा वैरिएंट ने मचाई थी तबाही, 355 में 327 सैंपल में पुष्टि, अब एक हजार सैंपल के परिणाम का इंतजार यूपी में डेल्टा वैरिएंट का कहर इतने लोगों की में हुई डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि प्रदेश में दूसरी लहर में तबाही की वजह कोरोना वायरस का डेल्टा वैरिएंट रहा है। ऐसे में यहां डेल्टा प्लस की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। यही वजह है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से पूरी तरह सतर्कता बरती जा रही है । साथ ही नागरिकों से भी सावधानी बरतने की अपील की जा रही है। केंद्र सरकार की ओर से जारी डाटा में उतर प्रदेश में डेल्टा वैरिएंट मिलने की बात पहले ही कही गई थी । अब प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने भी इस बात को स्वीकार कर लिया है। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि दूसरी लहर में बड़ी संख्या में डेल्टा वैरीएंट पाया गया है। ऐसी स्थिति में इसके नए वैरिएंट को लेकर भी सतर्क रहना होगा। विभिन्न राज्यों में डेल्टा प्लस मिल रहा है। ऐसे में यहां भी जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जा रही है। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे पर भी सैंपल इन कराई जा रही है। विदेश से आने वाले लोगों को क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है। तो 355 में 327 सैंपल में मिला था डेल्टा सूत्र बताते हैं कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए 1355 सैंपल मिले भेजे गए थे। इसमें 355 के रिजल्ट जारी किए गए हैं। अभी 1000 सैंपल की जांच रिपोर्ट नहीं आई है। 355 में 327 सैंपल में डेल्टा पाया गया है और 28 सैंपल में अल्फा वैरीएंट मिला है। मालूम हो कि दूसरी लहर में तबाही के दौरान सभी चिकित्सा विशेषज्ञ इस बात की पुष्टि कर रहे थे कि वायरस का स्वरूप बदला है और यह पहले से कहीं ज्यादा हमलावर है। इसकी प्रसार क्षमता भी अधिक है। Coronavirus disease (COVID-19)

प्रदेश में दूसरी लहर में तबाही की वजह कोरोना वायरस का डेल्टा वैरिएंट रहा है। ऐसे में यहां डेल्टा प्लस की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। यही वजह है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से पूरी तरह सतर्कता बरती जा रही है । साथ ही नागरिकों से भी सावधानी बरतने की अपील की जा रही है।

केंद्र सरकार की ओर से जारी डाटा में उतर प्रदेश में डेल्टा वैरिएंट मिलने की बात पहले ही कही गई थी । अब प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने भी इस बात को स्वीकार कर लिया है। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि दूसरी लहर में बड़ी संख्या में डेल्टा वैरीएंट पाया गया है।

ऐसी स्थिति में इसके नए वैरिएंट को लेकर भी सतर्क रहना होगा। विभिन्न राज्यों में डेल्टा प्लस मिल रहा है। ऐसे में यहां भी जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जा रही है। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे पर भी सैंपल इन कराई जा रही है। विदेश से आने वाले लोगों को क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है।

तो 355 में 327 सैंपल में मिला था डेल्टा
सूत्र बताते हैं कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए 1355 सैंपल मिले भेजे गए थे। इसमें 355 के रिजल्ट जारी किए गए हैं। अभी 1000 सैंपल की जांच रिपोर्ट नहीं आई है। 355 में 327 सैंपल में डेल्टा पाया गया है और 28 सैंपल में अल्फा वैरीएंट मिला है। मालूम हो कि दूसरी लहर में तबाही के दौरान सभी चिकित्सा विशेषज्ञ इस बात की पुष्टि कर रहे थे कि वायरस का स्वरूप बदला है और यह पहले से कहीं ज्यादा हमलावर है। इसकी प्रसार क्षमता भी अधिक है।

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