
देहरादून: माजरा क्षेत्र से कुछ बदमाशों ने 13 साल के बच्चे का अपहरण कर लिया और दो लाख रुपये फिरौती की मांग की। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई और बच्चे को प्रेमनगर के टी-एस्टेट से बरामद कर लिया। साथ ही दो बदमाशों को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, वारदात में एक अन्य बदमाश भी शामिल है, जिसकी तलाश में दबिश दी जा रही है।
एएसपी हिमांशु वर्मा के अनुसार, रविवार दोपहर करीब ढाई बजे माजरा के रहने वाले मोहम्मद आबिद ने सूचना दी कि उनका बेटा मोहम्मद अली दिन के करीब 11 बजे घर के पास स्थित एक मैदान में खेलने के लिए निकला और वापस नहीं लौटा। उन्हें अलग-अलग नंबरों से फिरौती के लिए फोन भी आ रहे हैं। फोन करने वाले दो लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। आबिद ने बदमाशों से कहा कि वह आटो चलाते हैं और इतनी रकम नहीं दे सकते तो बदमाशों ने पैसे नहीं देने पर बच्चे को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी। साथ ही बदमाशों ने कहा कि रकम लेकर लक्ष्मण सिद्ध मंदिर रोड, हर्रावाला में आ जाओ। इस सूचना के बाद पुलिस टीम सक्रिय हुई। तुरंत एसओजी की चार टीमों का गठन किया गया।
टीमों को हर्रावाला में अलग-अलग स्थानों के लिए रवाना किया गया। हरार्वाला में फिरौती की रकम लेने के लिए पहुंचे अबरार को पुलिस ने मौके से ही दबोच लिया। इसके बाद उससे पूछताछ शुरू की गई। उसने पुलिस को बताया कि उन्होंने बच्चे को टी-एस्टेेट से प्रेमनगर को जाने वाले मार्ग पर एक कार में छिपाया है। इस पर पुलिस टीम टी-एस्टेट के लिए रवाना हुई। इसी बीच पुलिस को रास्ते में वैगनआर कार खड़ी दिखाई दे गई। जिसमें बच्चा बैठा हुआ था। पुलिस ने बच्चे को सकुशल कार से निकाल लिया और मौके से मोहम्मद मुमताज को गिरफ्तार कर लिया। जबकि एक अन्य आरोपित वहां से फरार हो गया। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपित चांदखेड़ी, ठाकुरद्वारा जिला मुरादाबाद के रहने वाले हैं।
योजना के तहत दिया घटना को अंजाम
पटेलनगर कोतवाली के इंस्पेक्टर प्रदीप राणा ने बताया कि बदमाशों ने योजना के तहत घटना को अंजाम दिया। दिन के 11 बजे के करीब जब मोहम्मद अली घर से खेलने के लिए निकला तो आरोपित वहां बाइक से पहुंचे और अली से बोले कि उनका बेटा खेलने के लिए गया था, मगर घर नहीं पहुंचा है। इस पर अली उनकी बाइक पर बैठ गया और मैदान में ले गया। इसके बाद आरोपितों ने अली को बिस्किट खिलाए और कोल्ड ड्रिंक भी पिलाई। वहां से वे अली को टी-एस्टेट की तरफ ले गए। वहीं पर उनका साथी कार लेकर खड़ा था। आरोपित अली को कार से आगे की तरफ ले जा रहे थे, मगर कार का पेट्रोल खत्म हो गया।
फिरौती के लिए राहगीरों के फोन से की काल
आरोपितों ने फिरौती मांगने के लिए भी राहगीरों के फोन से काल की। पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर रही है कि उन्होंने अपहरण के लिए अली को ही क्यों चुना, क्योंकि अली के पिता की आर्थिक स्थिति भी बहुत बेहतर नहीं है। पुलिस पुरानी रंजिश से भी मामले को जोड़कर जांच कर रही है।