उत्तराखंड

DEHRADUN : जाने किस तरह से राजधानी में बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोका जाएगा, अब है यह प्लानिंग

संवाददाता(देहरादून): हम अक्सर यह देख व सुन रहे हैं कि कोविड का खतरा जैसे-जैसे दिन निकल रहे हैं वैसे-वैसे बढ़ता जा रहा है। कोई भी इतनी सेफ्टी नहीं रख रहा हैं। जितनी की रखनी चाहिए, हर कोई गली मौहल्ले में बिना मास्क पहने ही निकल रहा है। इसी बीच एक अच्छी खबर सामने आ रही हैं जिसमें कोविड को किस तरह से रोका जाएगा इसकी भी यहीं प्लानिग राजधानी में निकल रही हैं। दरअसल, आपको बता दे, राजधानी में कोविड संक्रमण को देखते हुए जिलाधिकारी ने भी अपनी स्ट्रैजी में बहुत से बदलाव करने पर विचार कर रही हैं।(आगे पढ़िए)

आपको बता दे, डीएम डॉ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने एम्स ऋषिकेश, सीएमआई, सिनर्जी, मैक्स आदि अस्पतालों के साथ वीडियो कान्फेसिंग करते हुये नये दिशा निर्देश दिये है। जिलाधिकारी ने जनपद के सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी अपने-अपने क्षेत्र में प्रत्येक दिन 1 घंटा सम्बन्धित क्षेत्र की आशा से कोविड-19 से सम्बन्धित संदिग्ध अथवा पैशेन्टस के सम्बन्ध में नियमित रूप से अपडेट लेते रहने के निर्देश दिये। उन्होंने अपर जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि अन्य राज्यों और जनपदों से आने वाले लोगों का बार्डर पर आरटीपीसीआर टेस्ट करवायें। साथ ही स्वास्थ्य विभाग से एन्टीजन टेस्ट की नवीनतम दरें प्राप्त होने के उपरान्त जिलाधिकारी ने निजी अस्पतालों से कोरोना संक्रमण के उपचार से सम्बन्धित बैड, आसीयू, वेंटिलेटर और उपचार से सम्बन्धित जानकारी प्राप्त करते हुए सम्बन्धित अस्पतालों को कोविड-19 से सम्बन्धित उपचार की क्षमता बढाने को कहा है। उन्होंने सभी सम्बन्धित निजी चिकित्सालयों को कोविड-19 से सम्बन्धित पैशेन्टस इत्यादि का विवरण दैनिक रूप से जिला सर्विलांस अधिकारी को साझा करने तथा फेसिलिटी एप्प में नियमित रूप से अद्यतन सूचनाएं अंकित करने के निर्देश दिये। उन्होंने एम्स ऋषिकेश को फेसिलिटी एप्प में आइसोलेट किये जाने वाले चिकित्सालय के कार्मिकों का विवरण भी नियमित रूप से अंकित करने को कहा।

जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को सभी प्राइमरी कान्टेक्ट के लोगों की अनिवार्य रूप से सैम्पलिंग करने के निर्देश दिये और इसके लिए मोबाईल टीम का गठन करने कहा, साथ ही अपर जिलाधिकारी प्रशासन को प्राइमरी कान्टेक्ट के लोगों की ट्रेसिंग और सैम्पलिंग करने की निगरानी करने को निर्देशित किया । कोविड-19 की उपचार क्षमता बढाने के लिए वेंटिलेटर्स तथा अन्य सहायता हेतु की गई मांग की शीघ्रता से पूर्ति करने के निर्देश दिये। उन्होंने ऐसे प्राइमरी कान्टेक्ट वाले लोग जो कोविड-19 के सैम्पलिंग एवं उपचार के सम्बन्ध में उचित सहयोग नही कर रहे हैं तथा जिन्होंने अपना पता व मोबाईल नम्बर गलत दर्ज करवाया है के विरूद्ध महामारी अधिनियम के अन्तर्गत सख्त वैधानिक कार्यवाही करने के पुलिस विभाग को निर्देश दिये है। सभी सम्बन्धित निजी अस्पतालों द्वारा नियमित रूप से जिला सर्विलांस अधिकारी से सूचनाओं का आदान-प्रदान करने, फेसिलिटेटर एप्प में नियमित सूचनाओं का संकलन करने तथा अपने अस्पतालों में दिये गये निर्देशों के अनुसार बैड, आईसीयू, वेंटिलेटर इत्यादि की सुविधाएं बढाने का जिलाधिकारी को आश्वासन दिया गया।

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