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रुद्र प्रयाग, उत्तरकाशी और टिहरी से भी ठंडा रहा देहरादून, मौसम में खास परिवर्तन की संभावना नहीं

winter

देहरादून:राजधानी देहरादून का तापमान उच्च हिमालयी जिलों से भी नीचे चला गया है। रविवार को रुद्र प्रयाग का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री, उत्तरकाशी का 7 डिग्री और नई टिहरी का 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं देहरादून का तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस रहा। सूखी सर्दी पड़ने से लोगों को ठंड का अहसास कुछ ज्यादा ही हो रहा है। आगामी कुछ दिनों तक मौसम के ठंडा रहने और सूखा रहने की भविष्यवाणी की गई है।
वहीं सोमवार को देहरादून में सुबह से बादल लगे रहे और हल्की धूप निकली। इसी तहर गढ़वाल के नई टिहरी, यमुनोत्रीधाम, यमुनाघाटी, रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी और श्रीनगर में बादल छाए हुए हैं। यहां कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। कुमांऊ में बागेश्वर में सुबह कोहरा छाया रहा। रामनगर, चंपावत जिले के पहाड़ी इलाकों, पिथौरागढ़ और रुद्रपुर में धूप खिली रही।

पूरे उत्तर भारत की तरह देहरादून भी कड़ाके की शीतलहर की चपेट में है। मौसम विभाग के अनुसार देहरादून का तापमान सामान्य से औसतन तीन डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया जा रहा है। रविवार को हालांकि दिन में धूप खिली लेकिन अधिकतम तापमान 21.8 डिग्री से ऊपर नहीं जा पाया। इसे मौसम विशेषज्ञ सामान्य बता रहे हैं। लेकिन रात का पारा असामान्य तरीके से लुढ़क रहा है। प्राप्त अनुमानों के मुताबिक आगामी 24 घंटों में मौसम में कोई खास परिवर्तन की संभावना नहीं है। आमतौर पर आसमान साफ रहेगा, अलबत्ता, मैदानी जिलों जैसे हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर में हल्के से लेकर घना कोहरा रह सकता है। मैदानी और अर्ध पर्वतीय जिलों में जहां कड़ाके की ठंड पड़ रही है, वहीं उच्च हिमालयी जिलों का तापमान सामान्य और सुकूनदेह बना हुआ है।
कई जगह अलाव की व्यवस्था में खामियां देखकर मेयर का पारा चढ़ गया
रविवार को मौसम का पारा घटने के साथ ही जहां शहर में आम लोगों को सर्दी के सितम का सामना करना पड़ा। वहीं, कई जगह अलाव की व्यवस्था में खामियां देखकर मेयर सुनील उनियाल गामा का पारा चढ़ गया।

मेयर ने तत्काल मौके से संबंधित अधिकारियों को फोन पर खरी-खोटी सुनाते हुए व्यवस्थाएं सुधारने के दिशा निर्देश दिए। साथ ही इसमें किसी भी तरह की लापरवाही पाए जाने पर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दे डाली।

रविवार रात मेयर सुनील उनियाल गामा ने सर्द माहौल को देखते हुए शहर में अलाव और रेन बसेरा को लेकर निरीक्षण कर जानकारी ली। निरीक्षण में ये पता चला कि विभिन्न इलाकों में अलाव में लकड़ी कम जलाई जा रही थी। इसके बाद मेयर सुनील उनियाल गामा ने अधिकारियों को फ़ोन कर कहा कि जरूरत के हिसाब से अलाव के लिए लकड़ियां पूरी होनी चाहिए।

अगर कमी हुई तो जवाब-तलब किया जाएगा। इसी तरह, निरंजनपुर सब्जी मंडी पर एक व्यक्ति के ठंड में कंबल ओढ़ कर सोने पर उसे रैन बसेरा जाने के लिए कहा। इस दौरान मंडी में पिकेट पर कोई पुलिसकर्मी मौजूद न होने पर मेयर सुनील उनियाल गामा ने नाराजगी जताई और सीधे थाना प्रभारी पटेलनगर को कॉल कर कारण पूछा।

पटेलनगर थाना प्रभारी ने जवाब दिया कि पिकेट पर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी चेंज होती रहती है। इसलिए इस वक्त वहां कोई पुलिसकर्मी तैनात नहीं है। मेयर सुनील उनियाल गामा इससे संतुष्ट नहीं हुए और पुलिस को व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए।

साथ ही इस तरह से चौक चौराहों पर ठंड में लेटे हुए लोगों को रैन बसेरे में पहुंचाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि अलाव के बगल में लेटे हुए या ठंड में लेटे हुए व्यक्ति के जानमाल को नुकसान हो सकता है। इसलिए इन पर ध्यान दिया जाना जरूरी है। इस तरह की लापरवाही न करने की भी चेतावनी दी|

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