संस्कृति को जिंदा रखने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम सबसे अच्छा माध्यम–प्रधान पंकज रावत
संस्कृति को जिंदा रखने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम सबसे अच्छा माध्यम–प्रधान पंकज रावत
ज्योती यादव डोईवाला। कालू वाला ग्राम सभा में नव वर्ष 2025 के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में गांव के छात्राओं और युवाओं में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों से लोगों को मंत्र मुक्त कर दिया। स्थानीय बोली भाषा को बढ़ावा देने का संकल्प भी कार्यक्रम के माध्यम से लिया गया।
कालू वाला स्थित एक वेडिंग पॉइंट पेरिस में कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसका शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रचलित करके किया गया।
कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं और छात्राओं ने गढ़वाली खुमैनी और स्थानीय बोली भाषा को बढ़ावा देने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों की बेहतरीन प्रस्तुतियां दी, लोक नृत्य के माध्यम से राज्य की विराट संस्कृति की झलक दिखाई गई,
गायक महेंद्र सिंह पवार ने महाभारत में चक्रव्यूह रचना के पहले और बाद की स्थितियों का वर्णन गीत के माध्यम से किया, वहीं गायिका रेखा रावत ने नए साल के आगमन पर सबको शुभकामनाएं देने वाला गीत प्रस्तुत किया।मुख्य अतिथि गढ़वाली फिल्मों के निर्माता निर्देशक अशोक चौहान आशु ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय बोली और गढ़वाली भाषा की मजबूत होते हैं कहा कि ऐसे आयोजन स्थानीय प्रतिभाओं को आगे आने का अवसर प्रदान करते हैं।
कालू वाला ग्राम प्रधान पंकज रावत ने बताया कि प्रतिवर्ष नव वर्ष के उपलक्ष में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं साथ ही 25 दिसंबर को आयोजित दौड़ आदि खेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को इस दिन पुरस्कार दिया जाता है कार्यक्रम का मकसद सामाजिक एकता को बनाए रखना है।
कार्यक्रम में भाजपा नेता राजकुमार राज, कुसुम शर्मा, धीरेंद्र सिंह तृषाली, सिद्धार्थ शर्मा ,पुष्पा ,अनुज उनियाल, बालम सिंह नेगी ,दिलीप सिंह समेत काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।