संवाददाता(देहरादून): एक बड़ी घटना सामने आयी है, जिसमें अज्ञात मोटर साइकिल पर सवार होकर समय तकरीबन रात्रि 8 बजकर 40 मिनट पर ब्लेसिंग फार्म दुर्गा डेरी के पास दो अज्ञात मोटर साइकिल सवार व्यक्ति एक अन्य मोटर साइकिल सवार व्यक्ति (सुनार) को गोली मारकर उसका बैग छीनकर भाग गये हैं। उक्त सूचना से तत्काल उच्चाधिकारीगणों को अवगत कराते हुए थाना पटेलनगर से पुलिस बल मौके पर पहुचा तथा मौके पर उपस्थित लोगो की सहायता से घायल व्यक्ति को उपचार हेतु इन्द्रेश अस्पताल ले जाया गया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने शुरू किया अपना काम
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने अत्रपनी कार्यवाही की उन्होने सीसीटीवी फुटेज बरामत किए जिसमें उनका शख यकित में बदला। दरअसल, सीसीटीवी फुटेज में घटना से पूर्व समय लगभग 2 बजे दो बाइकों पर सवार 04 संदिग्ध व्यक्ति जो हैलमेट पहने हुए थे, सुनार की दुकान का चक्कर लगाते हुए दिखाई दिये। उक्त सीसीटीवी कैमरे से प्राप्त संदिग्ध व्यक्तियों के हुलिये व संदिग्ध मोटरसाइकिलों के आने के रूट की जानकारी प्राप्त करने पर उक्त मोटर साइकिलें सेलाकुई से पण्डितवाडी होते हुए बल्लीवाला चौक तक आती हुई दिखाई दी, परन्तु सेलाकुई से पूर्व की सीसीटीवी फुटेज के अवलोकन करने पर वह सहसपुर रूट पर नहीं दिखाई दीं। जिस पर पुलिस टीम द्वारा उक्त हुलिये से मिलते जुलते व्यक्तियों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी तो सहसपुर क्षेत्र में शाम के समय उक्त व्यक्ति आते हुए दिखाई दिये। जिससे सम्भावना प्रतीत हुई कि उक्त व्यक्ति घटना को अजांम देने से पूर्व सहसपुर तथा सेलाकुई के मध्य किसी स्थान पर 02 से 03 घंटे के लिये रूके थे। जिस पर पुलिस टीम द्वारा उनके आने के रूट के सम्बन्ध में
जानकारी प्राप्त करने के लिये धर्मावाला, आसनबैराज स्थित सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चैक की गयी तो उक्त व्यक्तियों का उन रास्तों से जनपद की सीमा में प्रवेश करना नहीं पाया गया। पुलिस टीम द्वारा अभियुक्तों के जंगल के रास्ते से होते हुए जनपद में प्रवेश करने की सम्भावना के दृष्टिगत हथिनीकुण्ड बैराज खारा पावर हाउस स्थित सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चैक की गयी तो वह उक्त रास्ते से आते दिखाई दिये, आगे के रूट के सीसीटीवी फुटेज चैक करने पर मुख्य मार्ग पर कई स्थानों पर मुख्य मार्ग से जुडने वाले कई रास्ते पुलिस टीम को दिखे जिससे अभियुक्तों के आने के रूट की सही जानकारी करना काफी मुश्किल हो गया था। परन्तु पुलिस टीम द्वारा उक्त रूट के लगभग 500 सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को चैक किया गया, जिसमें अन्ततः पुलिस को थाना भवन के पास जलालाबाद कस्बे की एक सीसीटीवी फुटेज प्राप्त हुई जिसमें उक्त संदिग्ध व्यक्ति एक मैकेनिक की दुकान में लगभग 02 से 03 घण्टे तक बिना हैलमेट के खडे दिखाई दिये। सीसीटीवी फुटेज में अभियुक्तों के हावभाव व उनकी गतिविधियों से यह प्रतीत हो रहा था कि अभियुक्त उक्त स्थान से भली भांति वाकिफ हैं तथा सम्भवत : उसी कस्बे के रहने वाले हो सकते हैं, क्योंकि उनके द्वारा उसके आगे के रूट में देहरादून आते समय कहीं पर भी हैलमेट उतारा नहीं गया था। जिस पर पुलिस टीम द्वारा जलालाबाद व उसके आसपास के क्षेत्र तथा आसपास के अन्य जनपदों में सक्रिय अपराधियों व इस तरह के अपराधिक कृत्यों में संलिप्त व्यक्तियों तथा वर्तमान में जेल से बाहर चल रहे अपराधीयों की वर्तमान स्थिती की जानकारी व उनके फोटो प्राप्त किये गये तथा स्थानीय सम्पर्क सूत्रों के माध्यम से उक्त समयावधि के दौरान सीसीटीवी फुटेज में दिखने वाले तथा कस्बे में आने जाने वाले लोगों की गतिविधियों के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित कर लगभग 350 से 400 व्यक्तियों की सूची तैयार की गयी। उक्त सूची का गहनता से अवलोकन कर सूची में नामजद व्यक्तियों की गतिविधियों की जानकारी तथा प्राप्त फोटो से संदिग्ध हुलिये के व्यक्तियों का मिलान करने पर उनके हुलिये फैजल चैधरी निवासी मुजफ्फरनगर, नईम निवासी सहारनपुर, नदीम निवासी बुलंदशहर तथा राहुल शर्मा उर्फ राहुल पण्डित निवासी बुलंदशहर से मेल खाते हुए प्रतीत हुए। जिस पर उक्त चारों पर पुलिस टीम को पूर्ण अंदेशा हो गया कि उक्त अभियुक्त शातिर किस्म के अपराधी हैं जो घटना के समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करते हैं तथा अपने मोबाइल फोनों को घटना के समय अपने घरों पर ही छोडकर आते हैं,
पुलिस को कब हुुआ शक
जिससे उनकी लोकेशन को कोई ट्रेस न कर सके तथा घटना से पूर्व या घटना के समय अपन परिजनों व अन्य परिचितों से सम्पर्क करने के लिये राह चलते किसी भी व्यक्ति का मोबाइल इस्तेमाल करते हैं। अभियुक्तों के सम्बन्ध में प्राप्त उक्त जानकारी से स्पष्ट हो गया था कि, इन्ही लोगों द्वारा उक्त लूट की घटना को अंजाम दिया गया है। जिस पर पुलिस टीम द्वारा अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु स्थानीय मुखबिर तंत्र को सक्रिय करते हुए सर्विलांस के माध्यम से अभियुक्तों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी तो अभियुक्त फैजल तथा नईम के सहारनपुर, अभियुक्त नदीम के बुलन्दशहर तथा अभियुक्त राहुल शर्मा उर्फ राहुल पण्डित के दिल्ली में होने की जानकारी प्राप्त हुई, जिस पर तत्काल तीन अलग-अलग पुलिस टीमें गठित कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु सम्भावित स्थानों को रवाना की गयी। उ0नि0धर्मेन्द्र रौतेला तथा उ0नि0दिलबर सिंह नेगी के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा बुलन्दशहर पहुंचकर अभियुक्त नदीम के सम्बन्ध में गोपनीय रूप से जानकारी प्राप्त की तथा स्थानीय मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया जिस पर मुखबिर द्वारा पुलिस टीम को अवगत कराया गया कि अभियुक्त नदीम वर्तमान में अपने घर पर ही है तथा लूट में अपने हिस्से आयी ज्वैलरी को बेचने के लिये अपनी ससुराल जा रहा है। जिस पर पुलिस टीम द्वारा बैकअप टीम को बुलाते हुए दिनांक : 01-10-2020 को रात्रि समय लगभग 0800 बजे अभियुक्त नदीम को गुलावटी फ्लाईओवर के पास से गिरफ्तार किया गया तथा उ0नि0नरेश राठौड के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा अभियुक्त राहुल शर्मा उर्फ राहुल पण्डित को मुखबिर की सूचना पर शहादरा क्षेत्र दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। दोनो अभियुक्तों के कब्जे से घटना में लूटी गयी ज्वैलरी, नगदी व अन्य सामान बरामद किया गया। अभियुक्त नदीम की निशानदेही पर पुलिस टीम द्वारा पलवल रोड शमशान घाट के पास से घटना में प्रयुक्त आर-15 मोटर साइकिल बरामद की गयी।