दुनियाभर में कोरोना वायरस ने काफी कहर ढ़ाया है। लेकिन अभी इसके खत्म होने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं। भारत व ब्राजील को पीछे छोड़ इंडोनेशिया कोरोना महामारी का नया केंद्र बन गया है।
कोरोना के चलते इंडोनेशिया के हालात काफी खराब हो गए हैं। कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट ने पूरे दक्षिणपूर्व एशिया को अपनी चपेट में ले लिया है। वियतनाम, मलयेशिया, म्यांमार व थाईलैंड में भी स्थिति बिगड़ने लगी है सरकारें लॉकडाउन लगाने पर विवश हो गई हैं।
इंडोनेशिया में रोजाना औसतन 57 हजार से अधिक मरीज मिल रहे हैं। शुक्रवार को 1205 मरीजों की मौत के साथ मौतों का आंकड़ा 71 हजार पार हो गया है। ऑस्ट्रेलिया के ग्रिफिथा यूनिवर्सिटी में इंडोनेशियाई मूल के महामारी रोग विशेषज्ञ प्रो. डिकी बुदिमान का कहना है कि इंडोनेशिया दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाला चौथा देश है।
यहां जांच की दर कम है, ऐसे में मरीजों का वास्तिवक आंकड़ा मौजूदा आंकड़े से तीन से छह गुना अधिक हो सकता है। संक्रमण से मौतों पर नजर रखने वाली संस्था लैपोर कोविड का कहना है कि इंडोनेशिया में अस्पतालों में मौतें तो हो ही रही है। घर पर भी रोजाना 40 से अधिक की जान जा रही है।