एजेंसी
दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामले परेशानी का सबब बनते जा रहे है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा ताजा आकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 5,482 नए कोविड-19 केस सामने आए हैं। संक्रमण की वजह से 98 लोगों की मौत भी हो गई है। नए मामले सामने आने के बाद अब एक्टिव केस 38,181 हो गए है। अब दिल्ली में कुल कोरोना मामलों की संख्या 5,56,744 हो गई है। 5,09,654 लोगों को कोरोना को मात देने में सफलता हासिल की है। तो वहीं अब तक 8,909 की मौत हो चुकी है। राहत भरी बात ये है कि शुक्रवार को 5,937 संक्रमण से रिकवर कर लिया है।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि केजरीवाल सरकार के पास कोरोना से निपटने के लिए पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर और मजबूत सिस्टम मौजूद है। कोरोना वैक्सीन जैसे ही मिलेगी पूरी दिल्ली को कुछ ही हफ्ते में इसे पहुंचा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली देश की राजधानी है। इस वजह से वैक्सीन प्रायोरिटी में मिलनी चाहिए। बता दें कि कोरोना वैक्सीन को लेकर भारत सहित पूरे दुनिया में तेजी से काम चल रहा है। उम्मीद लगाई जा रही है कि जल्द कोरोना वैक्सीन लोगों तक पहुंच सकती है।
इधर, दिल्ली हाईकोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से नाइट कर्फ्यू लगाने को लेकर प्लान मांगा है। इस बीच केंद्र की एनडीए सरकार ने राजधानी में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के लिए दिल्ली सरकार को दोषी ठहराया है। केंद्र ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किए एक हलफनामे में कहा कि केजरीवाल सरकार ने त्योहारों में सख्ती नहीं बरती। इसलिए दिल्ली में कोरोना के केस बढ़े हैं। केंद्र ने अरविंद केजरीवाल सरकार पर त्योहारों और बढ़ती सर्दी में कोरोना गाइडलाइंस के पालन में शिथिलता बरतने का आरोप लगाया है। केंद्र ने एफिडेविट में कहा, ’दिल्ली सरकार द्वारा उपायों को लागू करने में विफलता के कारण संक्रमण फैल गया।’