देहरादून :उत्तराखंड में सैंपल जांच बढ़ने के साथ कोरोना संक्रमित मामलों में कमी आई है। बीते 24 घंटे के भीतर 317 नए संक्रमित मिले हैं। वहीं, छह संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। संक्रमितों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या ज्यादा है। कुल संक्रमितों का आंकड़ा 90 हजार पार हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को 14910 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई। वहीं, देहरादून जिले में सबसे अधिक 128 संक्रमित मिले हैं। नैनीताल में 48, उत्तरकाशी में 38, पिथौरागढ़ में 25, हरिद्वार में 22, पौड़ी में 12, टिहरी में 12, चंपावत में 11, ऊधमसिंह नगर में आठ, अल्मोड़ा में छह, चमोली में पांच, रुद्रप्रयाग जिले में दो संक्रमित मरीज मिले हैं।
मंगलवार को प्रदेश में छह संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। इसमें सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में एक, हिमालयन हॉस्पिटल में एक, जिला अस्पताल उत्तरकाशी में दो, जिला अस्पताल पिथौरागढ़ में एक, उजाला हॉस्पिटल काशीपुर में एक मरीज ने उपचार के दौरान दमतोड़ा है।
प्रदेश में 1495 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं, 555 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। इन्हें मिला कर 82243 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। कुल संक्रमितों की संख्या 90167 हो गई है।
संक्रमित मिलने पर लोनिवि का दफ्तर दो दिन के लिए बंद
लोक निर्माण विभाग के स्थाई खंड अधिशासी अभियंता कार्यालय में एक कोरोना संक्रमित कर्मचारी मिला है। इसके चलते कार्यालय को दो दिन के लिए बंद कर दिया है। वहीं, सिंचाई संयुक्त कर्मचारी संघर्ष मोर्चा ने भी बुधवार को कार्यालय में प्रस्तावित धरना स्थगित कर दिया है। अब चार जनवरी को अधिशासी अभियंता अस्थाई खंड लोनिवि ऋषिकेश में कर्मचारी धरना देंगे।
कोरोना की वैक्सीन लगाने के लिए ब्लाक स्तर पर दी ट्रेनिंग
उत्तराखंड में पहले चरण में हेल्थ वर्करों को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से व्यापक तैयारी की जा रही है। कोरोना टीका लगाने के लिए आशा वर्करों, एएनएम व डॉक्टरों को जिला और ब्लाक स्तर पर ट्रेनिंग दी गई है। वैक्सीन टीके को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने का काम आशा वर्करों के माध्यम से किया जाएगा।
राज्य में कोरोना टीकाकरण के लिए नोडल अधिकारी डॉ. कुलदीप सिंह मार्तोलिया का कहना है कि कोरोना टीकाकरण के लिए नियमित रूप से राज्य, जिला और ब्लाक स्तर पर तैयारियों की समीक्षा की जा रही है। पहले चरण में प्रदेश के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों के 93 हजार हेल्थ वर्करों को कोरोना टीका लगाया जाना है। कोरोना वैक्सीन पहुंचाने और लगाने के लिए 11 हजार आशा वर्करों, 2500 एएनएम और दो हजार डॉक्टरों को जिला व ब्लाक स्तर पर ट्रेनिंग दी गई है।
कोरोना वैक्सीन को एक निश्चित तापमान में सुरक्षित रखने के लिए कोल्ड चेन स्थापित किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार की ओर से राज्य को आईएलआर, डीप फ्रीजर की आपूर्ति की जा रही है। जिन्हें जिलों को भेजा जा रहा है। कोरोना वैक्सीन को रखने के लिए देहरादून, ऊधमसिंह नगर, अल्मोड़ा व श्रीनगर गढ़वाल में बड़े स्तर के कोल्ड चेन सेंटर बनाए जाएंगे। जहां से अन्य वैक्सीन को अन्य छोटे-छोटे सेंटरों में सप्लाई की जाएगी।