चीन में टीके का बूस्टर डोज देने पर हो रहा विचार, जानें क्या है पूरा मामला
कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट का कहर चीन पर भी टूट चुका है। इससे चीन के इस दावे के लिए कड़ी चुनौती खड़ी हो गई है कि उसने कोरोना महामारी पर बाकी देशों की तुलना में बेहतर ढंग से काबू पा लिया था। अब देशभर में संक्रमण फैलने का नया खतरा पैदा हो चुका है। खुद चीन के सरकार समर्थक अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट में कहा है- कई लोगों को इस बात पर शक है कि पिछले साल जिन सख्त निवारक उपायों को अपनाया गया था, वे इस बार कामयाब होंगे।
चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों और संक्रामक रोग विशेषज्ञों ने रविवार को कहा कि पिछले साल वुहान शहर में महामारी की शुरुआत होने के बाद की सबसे गंभीर चुनौती अब खड़ी हुई है। चीन उन देशों में है, जहां आबादी के ज्यादातर हिस्से को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इसके बावजूद फैल रहे संक्रमण के कारण अब चीनी विशेषज्ञ टीका लगवा चुके लोगों को एक और टीके का बूस्टर डोज देने पर विचार कर रहे हैं। चीन के जाने-माने संक्रामक रोग विशेषज्ञ ली लानजुआन ने रविवार को कहा कि उनकी अनुसंधान टीम डेल्टा वैरिएंट को ध्यान में रख कर बूस्टर डोज तैयार करने पर काम कर रही है।
जुलाई में चीन में घरेलू स्रोत से संक्रमित हुए 320 मामले सामने आए। डेल्टा वैरिएंट के कारण संक्रमण के मामले देश के कम से कम 18 राज्यों में सामने आ चुके हैं। इस कारण चार इलाकों को उच्च खतरे वाला और 91 इलाकों को मध्यम खतरे वाला घोषित किया गया है। डेल्टा वैरिएंट के कारण संक्रमण की नई लहर की शुरुआत पूर्वी चीन में स्थित जियाग्सु प्रांत के नानजिंग शहर से हुई। उसके बाद बीजिंग सहित देश के कई इलाकों से संक्रमण के नए मामलों की खबरें आईं।