सीएम शिवराज बोले, बाढ़ पीड़ितों को अगर खाना न मिला तो मैं भी भूखा रहूंगा
मध्यप्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग में बने बाढ़ के हालात के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान देर शाम दिल्ली पहुंचे। दरअसल चौहान बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के लिए निकले थे। अंधेरा होने के बाद सीएम का दौरा रुका और वे दिल्ली पहुंच गए। उन्हें भाजपा सांसदों की बैठक में शामिल होना था लेकिन सीएम ने भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा को प्रदेश में बाढ़ की स्थिति हवाला दिया और वहां से दस मिनट में फिर भोपाल के लिए रवाना हो गए। इस बीच मध्यप्रदेश के अधिकारियों से फोन पर चर्चा करते हुए शिवराज ने कहा, सभी बाढ़ पीड़ितों के रात के खाने की व्यव्स्था कैसे भी की जाए। यदि एक भी व्यक्ति भूख रहा तो मैं खाना नहीं खा सकूंगा। अधिकारियों से मुख्यमंत्री बाढ़ प्रभावित लोगों के बारें में बात कर रहे थे।
बैठक में शामिल होने के बाद सीएम शिवराज चौहान ने कहा, मैं बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली आया था, लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से इजाजत लेकर अभी फिर से मध्यप्रदेश जा रहा हूं। अभी प्रदेश के एक हिस्से में भयानक बाढ़ के हालत हैं। उत्तरी मध्यप्रदेश में शिवपुरी, गुना, दतिया, भिंड, मुरैना और ग्वालियर का कुछ हिस्सा बाढ़ से प्रभावित है। अभी मैं दिल्ली इसलिए आया था कि मुझे कार्यों को लेकर केंद्रीय नेतृत्व के साथ लेकर समन्वय स्थापित करना था।सीएम ने आगे कहा, प्रदेश में बाढ़ के चलते मेरा ज्यादा देर इस बैठक में रुकना उपयुक्त नहीं है। मैं यहां से जल्दी जाना चाहता था कि राहत के कार्यों और रेस्क्यू ऑपरेशन को ठीक से संचालित कर सकूं। इसलिए मुझे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अनुमति दी कि मैं यहां से तत्काल जाऊं और बाढ़ पीड़ितों की सेवा में लग जाऊं। पीएम मोदी ने भी दो बार फोन पर चर्चा कर मध्यप्रदेश की स्थिति की जानकारी ली। केंद्र सरकार भी लगातार हमें सहयोग कर रही है।