सिंघु बार्डर पहुंचे CM केजरीवाल, कहा- भाजपा को माननी ही होगी किसानों की बात
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नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया रविवार की शाम को सिंघु बार्डर के गुरु तेग बहादुर मेमोरियल में दिल्ली सरकार की ओर से माता गुजरी व चार साहिबजादों की शहादत को समर्पित कीर्तन दरबार ‘सफर ए शहादत’ का आयोजन करवाया जा रहा है। यहां पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व मनीष सिसोदिया पहुंचे हैं।
यहां मौजूद किसानों को सीएम केजरीवाल ने कहा कि मैंने किसानों के कई वीडियो को सुना है। बहुत ही अच्छे तरह से संविधान को समझा देते हैं। इनको सारा कानून पता है। जितना इनको पता है उतना केंद्र के मंत्रियों को भी पता नहीं होगा। इसके बाद उन्होंने कृषि बिल को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं यह चैलेंज देता हूं कि केंद्र सरकार के सबसे बड़े मंत्री आ जाएं और किसान नेता आएं। दोनों के बीच में खुली बहस हो जाए। फिर देखिएगा कि किसानों को गुमराह कौन कर रहा है। पब्लिक डिबेट में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।
केजरीवाल का डिबेट चैलेंज
किसान V/s भाजपा के मंत्री
पता चल जाएगा किसको किसान विरोधी कानून के बारे में ज्यादा पता हैं। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। #KejriwalAtSinghBorder pic.twitter.com/FuRQrsGuNk
— AAP (@AamAadmiParty) December 27, 2020
इतनी ठंड में रात को पिछले 32 दिनों से हमारे भाई, माताएं सड़क पर सोने को मजबूर है। 40 से ज्यादा किसान शहीद हो गए है। मैं केंद्र सरकार से विनती करता हूँ कि आप तीनों काले कानूनों वापिस ले लो। और कितने किसानों की शहादत लोगे? सीएम ने कहा कि जब अन्ना आंदोलन चल रहा था तब हमें बदनाम करने की कोशिश की गई थी वैसे ही आज किसान आंदोलन के वक्त किसानों को देशद्रोही और राष्ट्रदोही बताया जा रहा है।
वहीं सिंघू बॉर्डर पहुंचे दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारे सीएम किसानों को होने वाली परेशानियों को कम करने के लिए 24 घंटे काम कर रहे हैं। सभी दबावों के बावजूद, स्टेडियम जेलों में परिवर्तित नहीं हुए थे। यह इतिहास का एक काला धब्बा होता अगर हम ऐसा करते।
बात दें कि किसान पिछले 32 दिनों से दिल्ली के कई बॉर्डर पर बैठ कर केंद्र के तीन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर उसे वापस करने की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर केंद्र से कई स्तर की बात हुई है मगर अभी तक नतीजा सिफर ही रहा है।