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प्रदेश में टेलीमेडिसिन सेवा ‘गरुड़’शुरु , मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने किया उदघाटन

Rishikesh - Chief Minister of the state Tirath Singh Rawat reached Rishikesh today i.e. Monday, after reaching there, he inaugurated the telemedicine service 'Garuda' started by Rishikesh AIIMS. Please tell that through telemedicine service Garun, medical information and counseling will be provided by 898 trend medical and paramedical students across the country in 110 tehsils of the state. It is worth noting that through this service, the people of the state will be able to get medical advice of expert doctor through phone only. At the same time, applications of medical and paramedical students from all over the country were sought for the project Garuda by the original AIIMS Hospital after the information given by Professor Ravikant, Director of AIIMS Hospital. So 1621 students applied for this project. At the same time, 898 medical and paramedical students were selected for this project out of these 1621 students. Highlighting this project, Ravikant said that 621 doctors of MBBS and BDS while 277 students related to paramedical courses are included in the project.

ऋषिकेश – प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत आज यानी सोमवार को ऋषिकेश पहुंचे, वहां  पहुंचकर उन्होंने ऋषिकेश एम्स द्वारा शुरू की गई टेलीमेडिसिन सेवा ‘गरुड़’ का उद्घाटन किया । बता दे की टेलीमेडिसिन सेवा गरुण के जरिए प्रदेश के 110 तहसीलों में देशभर के 898 ट्रेंड मेडिकल और पैरामेडिकल छात्रों द्वारा मेडिकल संबंधित जानकारी और परामर्श दिया जाएगा । गौर करने वाली बात यह है कि इस सेवा के जरिए प्रदेश की जनता को फोन के माध्यम से ही एक्सपर्ट डॉक्टर के चिकित्सीय परामर्श मिल सकेगा।

वहीं एम्स अस्पताल के निदेशक प्रोफेसर रविकांत की ओर से दी गई जानकारी के मूताबिक एम्स अस्पताल द्वारा प्रोजेक्ट गरुड़ के लिए देशभर से मेडिकल और पैरामेडिकल के छात्रों के आवेदन माँगे गए थे । लिहाज़ा इस  प्रोजेक्ट के लिए 1621 छात्रों एप्लाई किया था । वहीं इन 1621 छात्रों में से 898 मेडिकल और पैरामेडिकल के छात्रों को इस प्रोजेक्ट के लिए चयन हुआ प्रो.  रविकांत ने इस प्रोजेक्ट पर रोशनी डालते हुए बताया कि  प्रोजेक्ट में एमबीबीएस और बीडीएस के 621 डॉक्टर जबकि पैरामेडिकल कोर्सेज से संबंधित 277 छात्रों को शामिल किया गया है।

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