देहरादून – उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कारगिल विजय दिवस पर देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना ने अप्रतिम साहस, वीरता और रणनीतिक कौशल का प्रदर्शन किया था। इस विजय अभियान में कई वीर सैनिकों ने अपना जीवन मातृ भूमि की रक्षा के लिए बलिदान किया। उनका बलिदान हमेशा प्रेरणा देता रहेगा।
मुख्यमंत्री धामी ने आज कारगिल विजय दिवस के अवसर पर शहीदों को श्रधांजलि देते हुए शहीदों को याद किया।आपको बता दें कि कारगिल युद्ध में उत्तराखंड के बेटों ने पराक्रम की नई मिसाल पेश की थी,जिसमे दून के 28, पौड़ी-13, टिहरी-08, नैनीताल-05, चमोली-05, अल्मोड़ा-04, पिथौरागढ़-04, रुद्रप्रयाग-03, बागेश्वर-02, यूएसनगर-02 और उत्तरकाशी का एक जवान शहीद हुआ था। इस युद्ध में अदम्य पराक्रम के लिए दो महावीर चक्र, नौ वीरचक्र, 14 सेना मेडल मिले।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने कारगिल युद्ध में विपरीत परिस्थितियों में वीरता का परिचय देते हुए घुसपैठियों को सीमा पार खदेड़ा। सीमाओं की रक्षा के लिए वीर सैनिकों का बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में भी देश के लिए बलिदान की परंपरा रही है। राज्य सरकार सैनिकों, पूर्व सैनिकों व उनके स्वजन के कल्याण के लिए वचनबद्ध है। कारगिल विजय दिवस हमें देश के लिए शहीद हुए जांबाज सैनिकों की वीरता, पराक्रम, शौर्य एवं बलिदान की याद दिलाता है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कई घोषणाएं भी की।शौर्य दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ी घोषणा भी की,सैकेंड वर्ल्ड वॉर की विडोज की पेंशन को 8 हजार से बढाकर की गई 10 हजार रु पेंशन की घोषणा के अलावा सैनिकों के बच्चो के लिए हल्द्वानी में छात्रावास खोलें जायेंगे साथ ही सरकार अब 1 सिंम्बर से प्रदेशभर में सैनिक सम्मान यात्रा निकालने जा रही है।