Site icon Uttarakhand News, News in Hindi

वैक्सीन लगवा कर 40 करोड़ से ज्यादा लोग बन गए ‘बाहुबली’ – प्रधानमंत्री मोदी

Prime Minister Narendra Modi reached Parliament on Monday morning to participate in the monsoon session. During this, PM Modi talked to reporters about the corona epidemic, vaccine and Parliament session. The PM said that the vaccine is administered in the arm (arm), the one who takes it becomes a 'Bahubali'. More than 40 crore people have become 'Bahubali' in the fight against Corona. Prime Minister Modi said that you too become Bahubali by getting the vaccine. The PM said that all the honorable sharps should ask sharp questions so that the public can get answers to their questions. Also appealed to ask sharp questions, but also give the government a chance to answer. Prime Minister Narendra Modi on Monday said that the monsoon session of Parliament should be devoted to meaningful discussions as people want answers on many issues and the government is fully prepared for it. Talking to reporters on the first day of the Monsoon Session of Parliament, the Prime Minister asked the opposition parties to ask sharp and sharp questions, but at the same time urged them to give an opportunity to the government to answer in a calm atmosphere.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मानसून सत्र में हिस्सा लेने के लिए सोमवार सुबह संसद पहुंचे। इस दौरान पीएम मोदी ने पत्रकारों से कोरोना महामारी, वैक्सीन और संसद सत्र को लेकर बात की। पीएम ने कहा कि टीका बाहु (बांह) में लगाया जाता है, जो इसे लेता है वह ‘बाहुबली’ बन जाता है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में 40 करोड़ से ज्यादा लोग ‘बाहुबली’ बन गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आप भी वैक्सीन लगवा कर बाहुबली बनें। पीएम ने कहा कि सभी माननीय तीखे से तीखे सवाल पूछें ताकि जनता को उसके सवालों का जवाब मिल सके। साथ ही अपील की कि धारदार सवाल पूछें, लेकिन सरकार को जवाब देने का मौका भी दें।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि संसद का मानसून सत्र सार्थक चर्चा के लिए समर्पित हो क्योंकि जनता कई मुद्दों पर जवाब चाहती है और इसके लिए सरकार पूरी तरह तैयार है। संसद के मानसून सत्र के पहले दिन पत्रकारों से चर्चा में प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों से तीखे से तीखे सवाल पूछने को कहा, लेकिन साथ ही आग्रह किया कि शांत वातावरण में वह सरकार को जवाब देने का मौका भी दें।

 

Exit mobile version