देहरादून। युवाओं को विदेशों में नौकरी दिलाने के सपने दिखाकर लाखों की ठगी करने वाले को पुलिस ने आठ महीने बाद आंध्र प्रदेश से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। आरोपी राजधानी देहरादून में कई लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना चुका था।
देहरादून में कैंट पुलिस के मुताबिक 24 फरवरी 2020 को गौरवपाल निवासी गजियावाला ने धोखाधड़ी और ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि धीरज पुत्र दौलत खनाल निवासी विजयपुर नयागां और मोहम्मद शाहिद, जाहिद निवासी रायपुर मूल निवासी आंध्र प्रदेश ने न्यूजीलैंड में नौकरी दिलाने का वादा किया, जिसके लिए उससे करीब पांच लाख रुपए ठगे गए। आरोपियों ने अपना ऑफिस नया गांव में बालाजी मिरेकल नाम से खोल रखा था। इस ठगी के शिकार गौरवपाल के साथ ही सचिन कुमार, सुनीत रावत आदि लोगों ने भी इन दोनों को नौकरी के लिए विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये दे रखे हैं। आरोपियों ने अभी तक किसी की भी रकम वापस नहीं की। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी थी। ठगी के मामले में शाहिद फरार चल रहा था जिसकी गिरफ्तारी के लिए कोर्ट से 17 अक्टूबर को वारंअ जारी हुए। इस पर पुलिस की एक टीम कन्नूर आंध्र प्रदेश रवाना की गई। जहां पर पुलिस को शाहिद को गिरफ्तार करने में सफलता मिली।
पुलिस पूछताछ में आरोपी मोहम्मद शाहिद ने बताया कि वो मूलरूप से हैदराबाद का रहने वाला है, वर्ष 2017 में उसकी शादी रायपुर देहरादून में हुई थी उसके बाद लगभग 02 वर्षों तक मैंने देहरादून में धीरज निवासी नयागांव के साथ मिलकर कई लोगों से विदेश भेजकर नौकरी लगाने के नाम पर पैसे लिए जो पैसे हम दोनों से खर्च हो गए फिर जब लोगों का काम नहीं हुआ तो सब लोग अपने पैसे वापस मांगने लगे और उसने पुलिस में पकड़े जाने के डर से नवंबर 2019 में हैदराबाद आ गया था और तब से यही छिप रह रहा था। उसे अपने ऊपर दर्जमुकदमे के बारे में जानकारी थी इसलिए पकड़े जाने के डर से वो बार-बार अपने मोबाइल नंबर बदल रहा था। उसने अपना स्थानीय पता भी बदल लिया था। उसने देहरादून के लोगों का लगभग 14 से 18 लाख रुपए लिया है जो कि उसने देहरादून और हैदराबाद में खर्च कर उड़ा दिए।