अंतरराष्ट्रीय

ब्रिटेन पर मंडरा रहा है एक नया खतरा, पढ़े पूरी खबर

एक गुप्त जासूस ने चेतावनी दी है कि ब्रिटेन पर धुर दक्षिणपंथी हमले का खतरा गहरा गया है। उसने बताया है कि ऑनलाइन माध्यमों से चरमपंथी विचारधारा का देश में तेजी से प्रसार हुआ है। ब्रिटिश अखबार ‘द ऑब्जर्वर’ के मुताबिक छद्म नाम ऑर्थर से काम करने वाले इस जासूस ने अपने संचालक को इस बारे में विस्तृत सूचना दी। उस संचालक ने ब्रिटिश पुलिस को इस बारे में बताया है। इसी जासूस को ब्रिटिश पुलिस गंभीरता से लेती है। इसलिए कि उसने यह सूचना भी दी थी कि 1999 में ब्रिटेन में हुए उन बम हमलों को डेविड कोपलैंड नाम के एक व्यक्ति ने अंजाम दिया था, जिसमें तीन लोग मारे गए और 100 से ज्यादा घायल हुए थे। वह सूचना सही पाई गई थी।

अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक ऑर्थर खुद 1990 के दशक में धुर दक्षिणपंथी ब्रिटिश नेशनल पार्टी में एक दशक तक काम कर चुका है। उस समय ये पार्टी ब्रिटेन में ‘श्वेत समुदाय के अधिकारों’ के लिए काम कर रही थी। ऑर्थर 1997 में डेविड कोपलैंड से कई बार मिला था। कोपलैंड ने 1999 में लगातार तीन हफ्तों तक बम धमाके किए। उसने ब्लैक, बांग्लादेशी और समलैंगिक समुदायों को निशाना बनाया।

ऑर्थर ने ऑब्जर्वर को बताया, उसने अप्रैल 1999 में कोपलैंड के बारे में पुलिस को जानकारी दी। उसके पहले तक पुलिस को कोपलैंड के बारे में कोई सूचना नहीं थी। बाद में कोपलैंड गिरफ्तार हुआ। साल 2000 में उन बम धमाकों के आरोप में उसे सजा सुनाई गई। लेकिन आज तक ऑर्थर की पहचान गोपनीय रखी गई है। अब उसी ने ये चेतावनी दी है कि ब्रिटेन में धुर दक्षिणपंथी हमला होना तय है। उसने कहा है- ‘चाहे आप नाजी हों या नस्लभेदी, ऑनलाइन प्रचार सामग्री डालना आज आसान है। 1990 के दशक में पर्चा छपवाकर बांटना इससे कहीं ज्यादा मुश्किल काम था।’ऑर्थर की चेतावनी से ठीक पहले ब्रिटेन में धुर दक्षिणपंथी आतंकवाद फैलाने की कोशिशों में जुटे कुछ लोगों की गिरफ्तारियां हुई हैं। पिछले बुधवार को ही दो लोग लंदन में पकड़े गए। उन पर धुर दक्षिणपंथी उग्रवादी सामग्रियां बांटने का आरोप है। उसके एक दिन पहले सरे के ऐशफॉर्ड में 37 वर्षीय माइकल न्यूजेंट को सजा सुनाई गई। उस पर ये आरोप साबित हुआ कि उसने ऑनलाइन चैटरूम बना कर उस पर बम बनाने और अमेजन के डिलिवरी पैकज में बम रखने के तरीके बताए थे।

इसीलिए ऑर्थर से मिली सूचना को ब्रिटिश पुलिस गंभीरता से ले रही है। 1999 के हमले लंबे समय तक ब्रिटेन में चर्चित रहे। उनको लेकर नेटफ्लिक्स पर ‘नेल बॉम्बरः मैनहंट’ नाम की एक डॉक्यूमेंटरी भी बनी, जो पिछले हफ्ते ही रिलीज हुई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि 1999 के धमाके आज भी महत्त्वपूर्ण हैं, क्योंकि उनसे ये जाहिर हुआ था कि पुलिस धुर दक्षिणपंथी आतंकवाद को गंभीरता से लेने में नाकाम रही। वे हालत आज भी ज्यादा नहीं बदले हैं। इसी वजह से 2016 में सांसद जो कॉक्स की हत्या करने में दक्षिणपंथी उग्रवादी सफल रहे। पुलिस के मुताबिक ऑर्थर दक्षिणपंथी उग्रवादी गुटों के काम करने के तरीके को बेहतर ढंग से जानता है। इसलिए उसने जो बताया है, उसे अति गंभीरता से लिया जा रहा है।

 

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