संवाददाता(देहरादून): मां गंगा के नाम को लेकर, करोड़ों हिंदुओं की आस्था से खेल रही बीजेपी इस मसले पर समाधान के बजाय इसको राजनीति में उलझाने का काम कर रही है। आज आम आदमी पार्टी के प्रदेश कार्यालय में एक प्रेस वार्ता के दौरान आप प्रवक्ता नवीन पिरसाली और रवींद्र आनंद ने मां गंगा को लेकर सियासत ना करने की बात कही,और कहा मां गंगा को ,नहर का दर्जा देकर बीजेपी भी कांग्रेस की तरह चंद लोगों के फायदे को लेकर , करोड़ों हिन्दुओं की आस्थाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है।
कहा कि आम आदमी पार्टी मानती है हरीश रावत की सरकार में इसको नहर का दर्जा मिला,लेकिन बीजेपी तो इस मुद्दे को लेकर चुनाव में जनता के बीच गई और सरकार बनते ही 24 घंटे के अंदर इसको बदलने का दावा किया था लेकिन आज साढे तीन साल से ज्यादा का समय बीत गया बीजेपी क्यों नहीं इस मामले पर कुछ कर रही है? त्रिवेंद्र रावत कह रहे इसको करेंगे लेकिन ये तो बताए कब तक करेंगे? जो गलती कांग्रेस सरकार ने की ,बीजेपी वहीं गलती क्यों पिछले साढ़े तीन सालों से दोहरा रही है जबकि ज़िम्मेदारी त्रिवेंद्र सरकार की बनती है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत जानते हैं एक जियो पास करके इसको महज 5 मिनट में किया जा सकता लेकिन लगता है बीजेपी भी उन्हीं चंद लोगों के फायदे के लिए करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के साथ मां गंगा के आस्तित्व के साथ भी खिलवाड़ कर रही है। बीजेपी अपनी गलती को सुधारने के बजाय ,बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ,बंशीधर भगत इस मामले में आप पार्टी पर जो अनर्गल बयानबाजी कर रहे इससे लगता बीजेपी की कथनी और करनी दोनों में ज़मीन आसमान का अंतर है। आप प्रवक्ता नवीन पिर्साली ने कहा,जिस मुद्दे को लेकर बीजेपी चुनाव में गई और प्रचंड बहुमत की सरकार बनाई आज मां गंगा के उस मुद्दे पर समाधान के बजाय सियासत कर रही है मां गंगा इनको कभी माफ नहीं करेगी।
आज हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ कर रही बीजेपी भी उन चंद लोगों के साथ हो गई जिसके लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने ये गलती की थी। हालांकि हरीश रावत अपनी गलती मान कर संत समाज से माफी भी मांग चुके हैं आप प्रवक्ता ने कहा, मौजूदा सरकार को प्रदेश में साढ़े तीन साल से ज्यादा का समय बीत चुका है लेकिन हर की पैड़ी पर बहने वाली मां गंगा अब भी नहर के रूप में बह रही है जो पूरे सनातन धर्म और साधु-संतों की आस्था को गहरी ठेस पहुंचा रही है इसलिए साधु समाज को अब मजबूरन बीजेपी सरकार से उम्मीद टूटने के बाद, धरने पर बैठना पड़ रहा है।
आम आदमी पार्टी इस मामले में पहल करना अपना राजनीतिक धर्म मानती है , बीजेपी इसे देवधारा और देवगंगा कहने की बात कह रही लेकिन आप पार्टी का मानना है कि मां गंगा को गंगा के नाम से ही जाना जाए,इसके आस्तित्व से खिलवाड़ करोड़ों हिन्दुओं की आस्था से खिलवाड़ होगा। अगर बीजेपी जल्द से जल्द मां गंगा को हर की पैड़ी पर नहर से हटा कर गंगा का दर्जा दुबारा नहीं देती तो आम आदमी पार्टी को मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ेगा और आंदोलन करना पड़ेगा ताकि हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ ना हो।
आप बीजेपी से सवाल पूछती है आपने साढ़े तीन साल बीत जाने पर इसका नाम अब तक क्यूं नहीं बदला ? अगर आपकी कथनी और करनी में अंतर नहीं तो बताइए इसको कब तक बदलोगे ? चुनावी मुद्दा बनाने के बाद आपकी प्रचंड बहुमत की सरकार बनी लेकिन आपने अपना वायदा नहीं निभाया क्या आप इसके लिए जनता के बीच जाकर माफी मांगेंगे?