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बीजेपी ने युवाओं के साथ रोजगार के नाम पर किया सिर्फ छलावा : रविंद्र जुगरान

Dehradun - Today, during a press conference, Aam Aadmi Party leader Ravindra Jugran strongly attacked the BJP government on the issue of providing employment to the youth. Ravindra Jugran said, the double engine government of Uttarakhand has proved to be unsuccessful in providing full employment to the youth. In the last four and a half years, BJP only did the work of changing the Chief Minister, while the youth kept wandering on the streets for employment. In the 2017 assembly elections, the BJP formed a government with a thumping majority on the promise of employment to the youth and claimed the creation of new posts along with filling all the vacant posts within 6 months. But in the last four and a half years, both the Chief Ministers have given nothing but jingles to the youth. In the rate of unemployment, the state stood at the top in the whole country. BJP was busy only in changing the Chief Minister. At the same time, CM Dhami is also trying to mislead the youth by singing the slogan of giving employment to the youth like the promises of 2017 elections. Overall, in view of the 2022 elections, CM Dhami is also following the same path on which both the former CMs Trivendra and Tirath walked. Ravindra Jugran said, "Overall, during the four and a half years of the BJP government, the youth of Uttarakhand have got nothing but deceit and empty assurances. The youth of Uttarakhand has now understood in which direction they have to go for their better future.

देहरादून – आज आम आदमी पार्टी के नेता रविंद्र जुगरान ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान युवाओं को रोजगार देने के मामले पर बीजेपी की सरकार पर जमकर हमला बोला। रविंद्र जुगरान ने कहा,उत्तराखंड की डबल इंजन सरकार,युवाओं को पूरी तरह रोजगार देने में नाकाम साबित हुई है। पिछले साढे चार सालों में बीजेपी ने सिर्फ मुख्यमंत्री बदलने के काम किए,जबकि युवा रोजगार के लिए सडकों पर भटकते रहे। 2017 के विधानसभा चुनावों में युवाओं को रोजगार के वादे को लेकर प्रचंड बहुमत की सरकार बीजेपी ने बनाई और 6 महीने के भीतर सभी रिक्त पदों को भरने के साथ नए पदों के सृजन का भी दावा किया था। लेकिन पिछले साढे चार सालों में दोनों मुख्यमंत्रियों ने युवाओं को सिवाए झुनझुना के कुछ नहीं दिया ।

बेराजगारी की दर में प्रदेश पूरे देश में सबसे उपर आकर खड़ा हो गया ।  बीजेपी मुख्यमंत्री बदलने में ही मशगूल रही। वहीं सीएम धामी भी 2017 चुनावों के वादों की तरह फिर  युवाओं को रोजगार देने का अलाप गाकर युवाओं को बरगलाने की कोशिश कर  रहे हैं। कुल मिलाकर  2022 के चुनावों को देखते हुए  सीएम धामी भी उसी राह पर चल रहे हैं जिस राह पर दोनों पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र और तीरथ चले थे। रविंद्र जुगरान ने कहा,कुल मिलाकर भाजपा सरकार के साढ़े चार साल के कार्यकाल में उत्तराखंड के युवाओं को छलावे और कोरे आश्वासनों के सिवा कुछ नहीं मिला है। उत्तराखंड का युवा अब समझ चुका है अपने बेहतर भविष्य के लिए उनको किस दिशा में जाना है।

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