देहरादून – देश के सबसे बड़े साइबर क्राइम पावर बैंक एप फ्रॉड केस में उत्तराखंड एसटीएफ की टीम व आर्थिक अपराध शाखा (FFU- Financial Fraud Unit) ने बड़ी कार्रवाई कर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है ।
अभियोगों की विवेचना में अब तक 30 बैक खाते व एसटीएफ ने सभी संबंधित बैंक प्रबंधकों और जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ विभागीय और कानूनी जांच के लिए पहले ही पत्र जारी कर दिया है|इन मामले में 13 अभियुक्त प्रकाश में आये है (04 अभियुक्त गिरफ्तार+06 अभियुक्तो के विरुद्व वारण्ट बी+01 अभियुक्त के विरुद्व गैर जमानती वारंट+02 किया गया हैं | इस क्रम में पुलिस टीम को अभियुक्तो की तलाश के लिए तमिलनाडू के जनपद सलेम,इरोड आदि स्थानो पर भेजा गया था , जहां पुलिस टीम द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद 02 अभियुक्तो की गिरफ्तारी की गयी ।
पावर बैंक एप से अब तक करोड़ो रुपये की हुई धोखाधड़ी
आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि साइबर अपराधियों द्वारा पावर बैंक ऐप का इस्तेमाल करके अब तक करोड़ों की धोखाधड़ी की जा चुकी है । जी हां पावर बैंक ऐप व अन्य फर्जी ऐप के माध्यम से अपराधी पैसे इन्वेस्ट करने पर 15 दिन में पैसे दुगने करने का लालच देकर आम जनता को अपना शिकार बनाते हैं । वहीं धनराशि विभिन्न ई-वालेट (पेटीएम/रोजर पे ) के माध्यम से प्राप्त कर विभिन्न बैक खातो में जमा कराकर करोड़ो रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया है।
इस मामले में अब तक इतने लोगो की हो चुकी हैं गिरफतारी
उक्त प्रकार के अपराधो के पूरे देश से आँकडे एकत्रित किये गये तो पावर बैक सम्बन्धी पूरे देश में करीब 239 अभियोग विभिन्न राज्यो में पजीकृत कराये गये है । जिसमें पूरे देशभर में करीब 27 अभियुक्तो की गिरफ्तारी की गयी है । प्रकरण काफी गम्भीर एवं इसमे विदेशी नागरिको/कम्पनियो के जुड़े होने के साक्ष्य प्राप्त होने के कारण राष्ट्रीय एजंसियो CBI, IB, ED आदि से भी समन्वय स्थापित कर सहयोग लिया जा रहा है, साथ ही अन्तराष्ट्रीय एजेंसियो से भी सम्पर्क स्थापित करने का प्रयास जारी है ।