देहरादून। आजाद ग्रुप के संस्थापक आसिफ कुरैशी के नेतृत्व में ग्रुप के कार्यकर्ताओं ने फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ प्रदर्शन कर उसका पुतला दहन किया और राष्ट्रपति को जिलाधिकारी देहरादून के माध्यम से फ्रांस के प्रोडक्ट को प्रतिबंध करने की मांग की। आसिफ ने राष्ट्रपति से मांग की कि फ्रांस में पैगंबर मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी करने वाले आरोपी के द्वारा एक व्यक्ति के गर्दन काटे जाने पर जिस तरीके से फ्रांस के राष्ट्रपति ने अपराध करने वाले व्यक्ति को सहयोग और संरक्षण दिया है, वह किसी भी हाल में सहन नहीं किया जाएगा, क्योंकि देश दुनिया का जो मुसलमान है वह पैगंबर मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी को किसी हाल भी बर्दाश्त नहीं करेगा। जब हमारे देश में घुसपैठ करने की कोशिश चाइना द्वारा की गई तब हमने उसका हर तरीके से बहिष्कार कर विरोध किया।
शुक्रवार को आसिफ कुरैशी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने देहरादून जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर फ्रांस के प्रोडक्ट पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। ग्रुप चाहता है कि देश-दुनिया में भाईचारा बना रहे। कहा कि किसी भी देवी देवता या धर्म के पैगंबर के खिलाफ टिप्पणी करने वाले को किसी भी हाल में बख्शा न जाए। जिस तरीके से देश में लगातार कुछ लोगों द्वारा धार्मिक स्थलों को लेकर जो टिप्पणी की जा रही है उन्हें चिन्हित कर तत्काल कार्यवाही की जाए। उन्होंने मूकदर्शक बने प्रशासन को चेताते हुए कहा कि जो शरारती लोगों को बढ़ावा देने में मदद करते हैं उन पर कार्यवाही कर ऐसे अधिकारियों व कर्मचारियों बर्खास्त किया जाए। इस मौके पर शाहरुख खान, सलमान मनी, नदीम कुरैशी, नदीम अहमद, साजिद अहमद, मुरसलीन मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष नसीम अहमद, वसीम अहमद, साहिब चौधरी, जुनैद अंसारी, दानिश खान, जुनैद, राइन, शाहिद अहमद, जावेद खान, जावेद, जागीर अहमद खान, शाहरुख, साकिब अंसारी, अयान, फुरकान, आदिल कुरैशी, अमन अंसारी, समीर खान आदि मौजूद रहे।