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श्रीमद्भागवत कथा के समापन पर मंत्र मुग्ध,भक्ति गीत संध्या में झूम उठे श्रद्धालु, रविवार को होगा पूर्णाहुति के साथ कथा विराम…

ज्योती यादव, डोईवाला। श्री राधे कृष्णा धाम चैरिटेबल ट्रस्ट देहरादून की ओर से प्रणामी आश्रम प्रेम नगर बाजार मे चल रही साप्ताहिक श्रीमद्भागवत की कथा के सातवें दिन कथा व्यास आदित्यानन्द महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा श्रवण करने से मन का शुद्धिकरण होता है और साथ ही जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है और इसके अलावा रोग,पारिवारिक अशांति दूर करने, आर्थिक समृद्धि तथा खुशहाली के लिए इसका आयोजन किया जाता है।

भागवत पुराण को मुक्ति ग्रंथ कहा गया है उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा मनोरंजन नहीं है मनो मंथन है, कथा एक आईना है, जिसमें हम स्वयं को देखने आए हैं, सामान्य आईना सिर्फ बाहरी रूप रंग दिखता है और श्रीमद्भागवत कथा आंतरिक भाव को दिखाती है कि हम वास्तव में क्या है। इसलिए सभी के प्रति प्रेम भाव रखना चाहिए।

श्रीमद्भागवत कथा में शनिवार को भक्तों की भारी भीड़ मौजूद रही। इस दौरान कथा वाचक आदित्यनाथ महाराज ने भक्तों को कथा सुनाकर मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावा कथा में सुनाए गए भजनों पर भक्तों ने जमकर नृत्य किया। कथा के बाद प्रसाद वितरण किया गया।

रविवार को पूर्णाहुति के साथ कथा का विराम हो जाएगा।

कथा श्रवण करने वालों में राजवीर खत्री, रमा बाली,दीपक बाली,चमेली देवी,ममता गोयल,अनीता गुप्ता, मनीषा, कविता गुप्ता, साधना, पूरन यादव, मोहन वर्मा, अवतार सिंह सैनी, सुन्दर लोधी, नीलम कर्णवाल, संगीता अग्रवाल, नीलम गोयल, मंजू गोयल आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।

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