ज्योति यादव, डोईवाला। हिन्दी दिवस के उपलक्ष में हिमालयीय विश्वविद्याय में हिन्दी विभाग द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें विश्वविद्यालय द्वारा सूचित किया गया की शीघ्र परिसर में हिंदी का उत्कृष्ट शोध केंद्र स्थापित होगा।
विश्वविद्यालय द्वारा अपने संरक्षक डॉ रमेश पोखरियल निशंक के हिंदी साहित्य में अतुलनीय योगदान को देखते हुए यह संस्थान विश्व भर में हिंदी की गतिविधियों को बढ़ावा देगा। विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में शोध छात्र छात्राओं के द्वारा ”वैश्विक परिदृश्य में हिन्दी का महत्व” विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए गए।
कुलपति डॉ जेपी पचौरी ने हिन्दी पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि हम सबको मातृभाषा हिन्दी है जिसके संवर्धन एवं समृद्धि के लिए हम सभी को हिन्दी भाषा को व्यवहार में लाना आवश्यक है। कहा कि नई शिक्षा नीति में भाषाओं को प्राथमिकता देते हुए सभी भारतीय भाषाओं के साथ हिन्दी में अध्ययन-अध्यापन कार्य पर बल दिया है।
कार्यक्रम में हिन्दी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ ममता कुँवर ने हिन्दी को रोजगारपरक एवं आजीविका के सन्दर्भ में कई सम्भावनाओं की जानकारी दी। विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के असिस्टेंट प्रो डॉ आनन्द जोशी ने हिन्दी और संस्कृत की आंतरिकता पर प्रकाश डाला।
इस दौरान निदेशक डॉ भास्करन, कुलसचिव डॉ निशांत राय जैन, नर्सिंग प्राचार्या डॉ अंजना विलियम्स, सीमा शर्मा, डॉ आनन्द मोहन जोशी, मनीषा अग्रवाल आकृति अग्रवाल आदि उपस्थित थे।