28 साल के लम्बे इंतजार के बाद अर्जंटीना ने जीता कोपा अमेरिका का खिताब
अर्जंटीना ने फाइनल मुकाबले में ब्राजील को हराकर 28 साल बाद कोपा अमेरिका का खिताब जीता है। खिताबी मुकाबले में अर्जेंटीना ने फाइनल में ब्राजील को 1-0 से शिकस्त दी है। अर्जेंटीना के साथ लियोनेल मेसी की यह पहली बड़ी ट्रॉफी है। यह मेसी का पांचवां प्रमुख फाइनल था। उन्होंने इस जीत को अर्जेंटीना के नागरिकों और महान दिवंगत खिलाड़ी डिएगो माराडोना को समर्पित किया। बता दें कि अर्जेंटीना ने आखिरी बार 1993 में मैक्सिको को हराकर कोपा अमेरिका की ट्रॉफी जीती थी। उसके बाद से टीम चार बार (3 कोपा अमेरिका, 1 विश्व कप) खिताबी मुकाबले में पहुंची और हर बार हार मिली थी। 2007 कोपा अमेरिका के फाइनल में अर्जेंटीना को ब्राजील के हाथों 3-0 से हार का सामना करना पड़ा था।
मेसी के लिए यह जीत कई मायनों में खास है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने महज 29 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास ले लिया था। मगर तब अर्जेंटीना के राष्ट्रपति के मनाने पर उन्होंने वापसी की। पांच साल तक टीम पर मेहनत किया और टीम को कोपा अमेरिका खिताब जिताने में सफल हुए। मेसी सबसे ज्यादा छह कोपा अमेरिका टूर्नामेंट खेलने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने अब तक कोपा अमेरिका में 34 मैच खेले हैं। उन्होंने चिली के सर्जियो लिविंगस्टोन के इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 34 मैच खेलने के रिकॉर्ड की बराबरी की है। इस टूर्नामेंट में मेसी ने 13 गोल दागे हैं। इस मामले में वे चौथे नंबर पर हैं। मेसी के नाम टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा असिस्ट करने का भी रिकॉर्ड है।